28 मई 2017 को 02 क्लीनिंक संचालकों की हत्या का है मामला
आजमगढ़: हत्यारोपियों और रानी की सराय पुलिस पर दबंगई का आरोप लगाते हुए रानी की सराय थाना क्षेत्र के चकमेउवां गांव की महिलाओं ने बुधवार को पुलिस अधीक्षक दफ्तर के बाहर प्रदर्शन किया। महिलाओं ने पुलिस अधीक्षक से मांग किया की अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले रानी की सराय एसओ को बर्खास्तकिये जाएँ। इस दौरान सामाजिक संगठन प्रयास ने भी मृत चिकित्सकों के परिजनों को सुरक्षा व्यवस्था दिलाये जाने की मांग उठायी। एसपी को सौंपे गये शिकायती पत्र में चकेमउवां गांव निवासी रामनवल चौहान ने बताया कि बीते 28 मई 2017 को मुनिराम चौहान व सुदर्शन चौहान की निर्मम हत्या की गई थी और राजीव कुमार व सत्यदेव को बुरी तरह घायल कर दिया गया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हत्याकांड के नामित आरोपी फिर से हत्या की फिराक में है ताकि साक्ष्य को मिटाकर वे आरोप से मुक्त हो सकें। आरोप है कि अभियुक्तों द्वारा हत्या के साक्ष्य न देने के लिए बराबर परिजनां को जानमाल की धमकी दी जा रही है वहीं रानी की सराय थाना पुलिस भी आरोपियो से सांठगांठ करके आरोपियों के पक्ष में ही मुकदमे के साक्षी गवाहों और महिलाओं के साथ अभद्र भाषा का व्यवहार कर उन पर दबाव बना रहे है ताकि पीड़ितों को न्याय न मिल सकें। ऐसे स्थिति में हत्या के वादी मुकदमा तथा पीड़ित परिवार पूरी तरह से भयभीत है। राजीव कुमार सिंह ने आरोप लगाया की वादी मुकदमा व पीड़ित परिवारों की जान खतरे में है वहीं आरोपियों से साठ-गांठ करने वाली रानी की सराय पुलिस खुद आरोपियों के साथ पीड़ित के घर पहुंचकर महिलाओं को धमका रही है। अगर ऐसा ही रहा तो यही आरोपी आगे फिर हत्या जैसा दुस्साहस कर सकते है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिसिया रौब से पूरा गांव भयभीत है। इस अवसर पर राजीव कुमार सिंह, अशोक चौहान, प्रयास अध्यक्ष रणजीत सिंह, सुनील यादव, राजीव विश्वकर्मा, विरेन्द्र चौहान, रामभवन, प्रदीप, सुजीत, प्रवेश, सरवन, अभविका, लालमन, बाबूलाल, जयप्रकाश, मिथिलेश, रामदयाल, शोभनाथ, सतगुरू, सुकदेव, राम सिंह, प्रवेश, सुमीत, रामखलन, राजेश, शारदा देवी, कविता, सुमन, बिन्दु, राजकुमारी, धनपति, सविता, सरिता, सुमन देवी, छिनकी, सोनिया आदि मौजूद रही।
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