आजमगढ़ : रानी की सराय क्षेत्र में अगवा कर किए गए सामूहिक दुष्कर्म मांमले में पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए सपाइयों ने मंगलवार की शाम को शहर में कैंडिल मार्च निकाला। इस दौरान उन्होंने आरोपितों की गिरफ्तारी व घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की। प्रदेश सरकार के साथ ही पुलिस के खिलाफ भी नारेबाजी कर अपना विरोध दर्ज कराया।सपा कार्यालय से मंगलवार की शाम को लगभग साढ़े पांच बजे समाजवादी पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष हवलदार यादव के नेतृत्व में कैंडिल मार्च निकाला। मार्च में शामिल कार्यकर्ता हाथ में तख्ती लेकर चल रहे थे। तख्ती पर 'बलात्कारी को फांसी दो, पीड़िता के साथ न्याय करो, आरोपितों की गिरफ्तारी करो, घटना की निष्पक्ष जांच करो' आदि स्लोगन लिखे हुए थे। सपा कार्यालय से निकल कैंडिल मार्च नगर पालिका तिराहा, कोतवाली, बड़ादेव, शंकर तिराहा मातबरगंज, चौक, पुरानी कोतवाली तकिया, कोट मोहल्ला, दलालघाट, कालीनगंज, काली चौरा, डीएवी होते हुए सपा कार्यालय पर आकर समाप्त हुआ। कैंडिल मार्च में शामिल लोग पुलिस प्रशासन के साथ ही प्रदेश सरकार के भी खिलाफ नारेबाजी भी कर रहे थे। कैंडिल मार्च के उपरांत सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि पुलिस ने रानी की सराय सामूहिक दुराचार की घटना को छिपाने का कार्य किया है। मेडिकल जांच से लेकर कोर्ट में 164 का बयान कराने में पुलिस ने परिजनों को डरा धमका कर अपने मनचाहा कार्य किया है। बड़े रसूखदार आरोपियों को बचाने के लिए पुलिस ने केस को बिगाड़ दिया है। समाजवादी पार्टी पीड़िता के साथ है और उसे न्याय दिलाने के लिए आगे आई है। घोषणा की की दस दिसंबर से रानी की सराय थाना पर पार्टी की ओर से धरना प्रदर्शन किया जाएगा। कैंडिल मार्च में सपा विधायक आलमबदी आजमी, दुर्गा प्रसाद यादव, डा. संग्राम यादव, नफीस अहमद, पूर्व विधायक आदिल शेख, बृजलाल सोनकर, पूर्व एमएलसी कमला प्रसाद यादव, रामाश्रय चौहान, राजेश यादव, द्रोपदी पांडेय, भानुमति सरोज, बबीता चौहान, हरिश्चंद यादव, हरिप्रकाश दूबे समेत अन्य नेता, पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।
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