असम, ओडिशा, गुजरात के कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियों से चमकी महोत्सव की पहली शाम
आजमगढ़ :: रंगमंच व ललित कलाओं के लिए समर्पित हुनर संस्थान द्वारा हमारी संस्कृति हमारी पहचान--हमारी विरासत हमारी शान पे आधारित विभिन्न प्रदेशों की लोक संस्कृतियों को प्रदर्शित करता "" हुनर रंग महोत्सव "" का भव्य उद्धघाटन जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी , डॉ पीयूष सिंह यादव, डॉ गायत्री कुमारी, पूर्व पालिका अध्यक्ष इन्दिरा देवी जयसवाल ने संयुक्त दीप प्रज्वलित कर किया। सुधीर गुप्ता को समर्पित हुनर रंग महोत्सव की पहली शाम असम, ओडिशा, गुजरात के कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियों से दमक गया। आमंत्रित अथितियों का स्वागत अभिषेक जयसवाल दीनू , संस्थान अध्य्क्ष मनोज यादव , हेमंत श्रीवास्तव ने किया। महोत्सव को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी ने कहा कि ऐसे आयोजन राष्ट्रीय एकता अखंडता को मजबूत करने का काम करते है। ख़ुशी इस बात की है कि देश के नामचीन अव्यवसायिक कलाकारों का संस्कृतितिक महाकुम्भ आज़मगढ़ में हो रहा है और हम सब इस्का लुत्फ उठा रहे है। सचमुच ऐसा लग रहा है कि मानो पूरा भारत आज़मगढ़ के इस मंच पे उत्तर आया है। संस्थान के कलाकारो की ममनमोह दुर्गा स्तुति और गणेश वंदना से महोत्सव की सुरुवात हुई। दुर्गा एडुकेशनल एंड कल्चरल सोसाइटी ओड़िसा,, हेपह ग्रुप असम की पारंपरिक बिहू की प्रस्तुति उद्धघाटन समारोह को याद गर बना दिया। तत्पश्चात युंग थिएटर ग्रुप कलकत्ता की तरफ से मानवीय संवेदना को उकेरता हुआ निर्मल हज़ारिका के निर्देशन में नाटक "" जागो ठेका रे "" का मंचन हुआ,। आयोजन समिति के अध्य्क्ष डॉ पीयूष सिंह यादव ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर सदर रजिस्ट्रार सौरभ राय, विजयलक्ष्मी मिश्रा , निलीमा श्रीवास्तव, शिक्षाविद दीनानाथ श्रीवास्तव , मनोज बरनवाल, उपस्थित थे। समारोह को सफल बनाने में विवेक गुप्ता, मनीष रत्न अग्रवाल, गौरव मौर्य, अजय प्रजापति,शशि सोनकर, नीरज अग्रवाल, कमलेश सोनकर,अमरजीत विश्वकर्मा, आकाश गोंड़, राकेश कुमार, रवि चौरसिया,करन सोनकर प्रियांशू सोनकर, इंद्रजीत निषाद, सावन प्रजापति, जावेद सहित संस्थान के सहयोगी लगे हुए रहे ।
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