ईवीएम प्रोग्राम को न तो पढ़ा जा सकता है और ना ही बदला जा सकता है- ई0 कुलभूषण सिंह
आजमगढ़: भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार लोकसभा सामान्य निर्वाचन-2019 के लिए ईवीएम एवं वीवी पैट के विस्तृत प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम के अंतिम दिन सोमवार को नेहरू हाल के सभागार में प्रशिक्षण दिया गया। निवार्चन आयोग द्वारा मनोनीत प्रदेश स्तरीय मास्टर ट्रेनर इंजीनियर कुलभूषण सिंह ने बताया कि ईवीएम में प्रत्याशी सेटिंग के अतिरिक्त पांच फीसद ईवीएम एवं वीपी पैट का एक हजार वोट डालकर प्रत्याशी या उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में मॉकपोल किया जाता है । उन्होंने बताया कि ईवीएम के कंट्रोल यूनिट में रियल टाईम क्लाक होता है। उसमें मतदान प्रारंभ होने का समय और मतदान समाप्त होने का समय और तारीख रिकार्ड हो जाती है, जो मतगणना के समय पोल स्टार्ट टाइम और पोल एंड टाइम और पोल डेट डिस्प्ले में दिखता है। बताया कि प्रत्येक मतदाता के वोट देने का समय भी रिकॉर्ड हो जाता है। ईवीएम वन टाइम प्रोग्रामेबल मशीन है। इसके प्रोग्राम को न तो पढ़ा जा सकता है और ना ही बदला जा सकता है। किसी भी बटन दबाने का समय रिकार्ड हो जाता है। राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधियों व प्रत्याशियों के प्रतिनिधियों को चुनाव प्रक्रिया के हर स्तर पर सक्रिय भागीदारी करने एवं उपस्थित रहने का भारत निर्वाचन आयोग ने अधिकार दिया है। इस मौके पर पर डीडीओ रविशंकर राय, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बृजेश कुमार श्रीवास्तव, एसडीएम निजामाबाद वागीश कुमार शुक्ल, डायट प्राचार्य अमरनाथ राय, डीआइओएस डा.वीके शर्मा, चकबंदी आधिकारी व समस्त जनपद स्तरीय अधिकारी थे।
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