आजमगढ़: बैंक और पुलिस द्वारा जहाँ दिन रात यह प्रचार प्रसार किया जाता है की अपने एटीएम कार्ड और मोबाइल के डाटा की जानकारी किसी को भी हर हाल में ना दें पर कुछ लोग इसके बाद भी अपनी थोड़ी सी असावधानी के चलते साइबर अपराधियों की गिरफ्त में आ जाते हैं। जनपद में तीन दिनों में ही ऐसे ०२ मामले सामने आये जिसमें साइबर अपराधियों ने खाता धारकों को चूना लगा दिया। पहली घटना में नगर कोतवाली पुलिस ने एक व्यक्ति से एसएमएस जानकारी कर खाते से एक लाख रुपये निकाल लिए जाने पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। भारतीय जीवन बीमा के संकाय सदस्य रविप्रकाश श्रीवास्तव ने पुलिस को तहरीर दी कि 20 नवंबर को उसके मोबाइल पर अनजान व्यक्ति फोन पर फोन करता रहा। इस दौरान उसने एसएमएस की जानकारी ली और इसके बाद खाते से एक लाख रुपये निकाल लिया। पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने बुधवार को अज्ञात मोबाइल धारक के नंबर के आधार पर 66/67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया। नगर कोतवाली प्रभारी विनय कुमार मिश्रा ने बताया कि पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की विवेचना की जा रही है। वहीँ जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के सगड़ी कस्बा निवासी वीरेंद्र प्रसाद पुत्र दूधनाथ गुरुवार को सुबह 10 बजे जीयनपुर कस्बा के मुख्य चौक के पास स्थित एटीएम पर रुपये निकालने आए थे। उनका कहना है कि पीछे खड़े व्यक्ति ने उनका बैलेंस चेक करने के बहाने एटीएम कार्ड ले लिया और एटीएम का पिन नंबर पूछा। इस दौरान उक्त व्यक्ति ने एटीएम कार्ड बदल दिया और उनके एटीएम कार्ड से कई बार में लगभग एक लाख 20 हजार रुपये निकाल कर दूसरे के खाते में स्थानांतरित करा लिया। पीड़ित की तहरीर पर जीयनपुर कोतवाली पुलिस ने आइटी एक्ट के तहत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर घटना की छानबीन शुरू कर दी है।
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