आजमगढ़ 01 नवम्बर 2018-- जिला पंचायत अध्यक्षा श्रीमती मीरा यादव की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में महिला बाल कल्याण विभाग द्वारा समेकित बाल संरक्षण योजना के अन्तर्गत जिला बाल संरक्षण समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा बाल कल्याण समिति के अन्तर्गत पुरर्वासन की स्थिति, एडाप्सन की स्थिति, बाल गृह/बालिका गृह में भेजे गये बच्चों की स्थिति तथा बच्चों की त्वरित चिकित्सा पर विस्तार से चर्चा किया गया। जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने जिला प्रोबेशन अधिकारी बीएल यादव को निर्देशित करते हुए कहा कि प्रत्येक विकास खण्डों पर खण्ड विकास अधिकारियों से समन्वय बनाकर उनके क्षेत्रों में बाल संरक्षण समिति का गठन कराना सुनिश्चित करें तथा शिशु पालन स्वागत केन्द्र की स्थापना के बारे में भी चर्चा किया। इसी के साथ-साथ बाल श्रम पर रोक लगाने हेतु डीएलसी के साथ भी चर्चा की गयी। जिस पर जिलाधिकारी ने डीएलसी को निर्देशित करते हुए कहा कि विकास खण्डों के प्रत्येक गांवों में जायें और जहां जहां राजमिस्त्री कार्य कर रहे हैं उनका श्रम विभाग में पंजीकरण कराना सुनिश्चित करें तथा बाल श्रम के संबंध में ढ़ाबे, रेस्टोरेन्ट तथा मिठाई की दुकानों, रेलवे स्टेशन तथा कूड़ा बीनने वाले बच्चों में से बाल श्रमिकों को चिन्हित करने हेतु सघन सर्वे कर जल्द से जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेन्द्र कुमार पाण्डेय को निर्देशित करते हुए कहा कि श्रम विभाग द्वारा संचालिक श्रम विद्यालयों का निरीक्षण कर अपनी जांच आख्या रिपोर्ट प्रस्तुत करें। इस अवसर पर जेजीबी बोर्ड के ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट रण विजय सिंह, जिला कार्यक्रम अधिकारी इफ्तेखार अहमद, श्रम पर्वतन अधिकारी, जेडब्ल्यूसी/जेजेबी के सदस्य उपस्थित रहे।
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