निज़ामाबाद/आजमगढ़: बुधवार को निज़ामाबाद कस्बा से लगा भैरोपुर गांव स्थित माँ शीतला धाम पर आठवें नवरात्र अष्टमी के दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं के दर्शन- पूजन का क्रम नवरात्र के आठवें दिन भी जारी रहा। नवरात्र के आठवें दिन मां शीतला के दर्शन- पूजन के लिए स्थानीय कस्बा सहित दूरदराज से आए हजारों श्रद्धालुओं ने मां के चरणों में शीश नवाये। मंदिर परिसर में बुधवार को श्रद्धालुओं की लंबी-लंबी कतारें लगी रही। मंदिर परिसर में चल रहे भजन कीर्तन से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया था। इस दौरान मेले का भी आयोजन किया गया था जहां पूजन सामग्रियों व अन्य सामानों की लोगों ने जमकर खरीदारी की। भैरोपुर गांव में स्थित मां शीतला धाम लोगो की आस्था का केंद्र है। नवरात्र पर यही भक्तों का रेला उमड़ता है मां के धाम पर वैसे भी प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को दर्शन- पूजन करने वाले भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है जिससे यहां तिल मात्र भी जगह नहीं मिलती है। बताते चलें कि पुराणों के अनुसार मां शीतला धाम को गौरा का अवतार माना जाता है पुराणों के अनुसार राजा दक्ष की संतान मां शीतला भगवान शंकर की पत्नी थी लेकिन यह राजा दक्ष नहीं पसंद था इस लिए राजा दक्ष ने भवन शंकर को अपमानित करने के लिए भैरोजी के स्थान पर यज्ञ का आयोजन कराया। राजा दक्ष ने भगवान शंकर को निमंत्रण नहीं भेजा। यज्ञ प्रारंभ होने पर गौरा भगवान शंकर को ना देख कर क्रोधित हो उठी और यज्ञशाला में ही कूद गयी। जब यह खबर भगवान शंकर को लगी तो वह क्रोधित हो उठे यज्ञशाला पहुंचकर भगवान शंकर ने गौरा को यज्ञ कुंड से बाहर निकालकर हवा मार्ग से चल दिए हवा मार्ग से गौरा को ले जाते समय उनके शरीर से रक्त की एक बूंद शीतला धाम में गिरी ।शीतला धाम गौरा के अवतार के रूप में माना जाता है। लोगों की मान्यता है कि यहां मांगी गई मुरादें अवश्य पूरी होती हैं। मंदिर परिसर में प्रतिदिन भजन कीर्तन का सिलसिला जारी रहता है जिसमें संतोष सोनी, सियाराम, आशोक यादव, अयोध्या प्रसाद, जेपी गुप्ता, संजय सोनी, प्रमोद जायसवाल, प्यारे विश्वकर्मा,प्रदीप मौर्य आदि लोग मौजूद रहते हैं।
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