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कार्डियक अरेस्ट के दौरान लोगों को मात्र कंप्रेसन देकर बचाया जा सकता है- डॉ अनूप


कार्डियक अरेस्ट की आपातकालीन स्थिति में कम्प्रेशन विधि के प्रयोग का पुलिस कर्मियों को दिया डेमो 
यह अत्यंत आवश्यक है की हर घर में एक जीवन रक्षक हो- विजय भूषण, डीआईजी 
आजमगढ़ : जिंदगी सभी की महत्वपूर्ण है जीवन में अक्सर कुछ हादसे ऐसे हो जाते हैं जिसके कारण कई लोग अनायास ही मौत के मुंह में चले जाते हैं। ज्यादातर मामलों में मौतें प्राथमिक उपचार कि जानकारी नहीं होने के कारण होती है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण और क्या हो सकता है कि देश के मिसाइल मैन कहे जाने वाले पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम कार्डियक अरेस्ट में चले जाने की वजह से और मौके पर उपचार न मिलने से इस दुनिया को छोड़ गए। इन बातों को ध्यान में रखते हुए लाइफ लाइन फाउंडेशन, आजमगढ़ एनएसथीसिया एसोसिएशन, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन तथा भारतेंदु ह्यूमन केयर एवं डेवलपमेंट सोसाइटी के संयुक्त तत्वाधान में वर्ल्ड एनेस्थीसिया डे पर प्रस्तावित कार्यक्रम कंप्रेसन ओनली लाइफ सपोर्ट को पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर पुलिसकर्मियों के बीच प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डीआईजी श्री विजय भूषण तथा विशिष्ट अतिथि पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ रवि शंकर छवि ,एसपी ग्रामीण नरेंद्र प्रताप सिंह ,पीएसी कमांडेंट द्वारा संयुक्त रुप से दीप प्रज्वलन करके किया गया। इस अवसर पर सभी सर्किल ऑफिसर ,थानाध्यक्ष और सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद रहे। इस दौरान सीनियर डॉ गायत्री द्वारा कार्डियक अरेस्ट जैसी आपातकालीन परिस्थिति में क्या किया जाए और किस तरह से मरीज की जान बचाई जाए का पूरा विवरण प्रस्तुत किया गया। बताया गया की आपात स्थिति में किसी भी व्यक्ति को सर्वप्रथम सीधा लिटाये फिर देखे उसकी सांसे चल रही है या नहीं, उससे पूछे कैसे है कोई भी उत्तर न देने पर तुरंत चिकित्सकीय सहायता बुलाये एवं सहायता आने तक चेस्ट कॉम्प्रेशन करते रहे। कार्यक्रम के दौरान डॉक्टर गायत्री ,न्यूरो सर्जन डॉ अनूप कुमार सिंह तथा लाइफ लाइन हॉस्पिटल की टीम के द्वारा बचाव के तरीको का मॉडल पर प्रस्तुतीकरण देकर यह बताया गया कि किस तरह कार्डियक अरेस्ट के दौरान लोगों को मात्र कंप्रेसन देकर बचाया जा सकता है। डॉ अनूप ने बताया कि ऐसी परिस्थितियों में मरीज को किस तरीके से स्ट्रेचर पर लिटाया जाए, किस तरह से उसे प्राथमिक उपचार दिया जाए, और उसके बाद जल्द से जल्द कैसे उसे अस्पताल पहुंचाया जाय। कार्यक्रम के दौरान रेंज के डीआईजी विजय भूषण व पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ रवि शंकर छवि सहित सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने कंप्रेशन ओनली लाइफ सपोर्ट के बारे में जाना तथा मॉडल पर डेमो भी किया।
इस अवसर पर डी आई जी विजय भूषण ने कहा यह अत्यंत आवश्यक है की हर घर में एक जीवन रक्षक हो जो आपात स्थिति में किसी की जान बचा सके और जीवन रक्षक बनने के लिए बचाव के तरीके जानना आवश्यक है।
एस पी रवि शंकर छवि ने कहा की आपात स्थिति में सर्वप्रथम डायल 100 और पुलिस पहुंचती है इन तरीको को जानने से आपात स्थिति में ज़िन्दगी बचाने में मदत मिलेगी साथ ही साथ उन्होंने लाइफ लाइन हॉस्पिटल का ऐसे आयोजन के लिए धन्यवाद् दिया।
अंत में डॉ पीयूष कुमार सिंह द्वारा पुलिस तथा मीडिया बंधुओ का आयोजन में आने के लिए धन्यवाद् ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन सुनील दत्त विश्वकर्मा ने किया।
इस अवसर पर डॉ डी पी राय , डॉ अर्चना मैसी , डॉ कोमल जोशी , डॉ इरफ़ान , डॉ ए पी सिंह, डॉ अखिलेश , डॉ फहीम , डॉ मुकेश , डॉ चंद्रदेव यादव व लाइफ लाइन का नर्सिंग स्टाफ तथा समस्त इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे। कार्यशाला को संपन्न कराने में लाइफ लाइन के प्रशासनिक अधिकारी मिथिलेश तिवारी , क्वालिटी मैनेजर आमिर सुहैल खान , अकाउंट इंचार्ज मिथिलेश यादव , मार्केटिंग मैनेजर महेंद्र गुप्ता एवं समस्त लाइफ लाइन स्टाफ ने विशेष योगदान दिया।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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