फरिहा/आजमगढ। निजामाबाद तहसील के अन्तर्गत फरिहा क्षेत्र मे शारदा सहाय खंड 32 नहर का तट बन्ध तूटने से 500 एकड़ धान की फसल जल मग्न हो गई वही किसानो के माथे पर चिंता की लकीर आ गई। बता दे कि फरिहा क्षेत्र मे शारदा सहाय खंड 32 का तट बन्ध एक हफ्ते मे दो बार टूटने से किसानो की मेहनत पर पानी फिरता नजर आ रहा है। किसानो ने बताया की हम लोगो का धान पक कर तैयार हो गया है हम लोग धान की कटाई करने वाले थे कि नहर का तट बन्ध टूट गया। हम लोगो का पूरी धान की फसल पानी मे डूब गयी जिससे हम लोग कटाई नही करा पायेगे । समय से कटाई न होने पर धान की फसल पानी मे गिरकर सड़ जायेगी और हम लोगो की रबी की बुवाई भी समय से नही हो पायेगी। क्योकि खेतो में ज्यादा नमी होने के कारण हम लोग गेंहू की फसल की बुवाई समय से नही कर पायेगे । वही पर किसानो ने सरकार को दोषी बताया कि शिकायत करने के बाद भी नहर विभाग के अधिकारियो पर कोई असर नही पड़ रहा है। कहा की हम किसान लोग नहर विभाग के एसडीओ,जेई को सूचना देकर बताये कि फरिहा मे नहर का तट बन्ध टूट गया है,लेकिन 24 घन्टे बीत जाने के बाद भी नहर का तट बन्ध नही बंधा गया और हम लोगो की फसले बर्बाद हो गयी। वही पर किसानो ने बताया कि जहा पर नहर का तट बन्ध टूटा है वहा पर पहले एक मोटा साइफन लगा था जिससे हम लोगो की सिंचाई हो जाती थी। लेकिन तट बन्ध टूटने से सालो पहले वह साइफन टूट गया था । उस स्थान पर दूसरा साइफन लगाने के लिए बार-बार किसानो द्वारा एसडीओ व जेई से इसकी शिकायत कि गयी लेकिन अधिकारी अनसुनी कर दिये। जिससे किसानो को नहर का पानी नही मिलता इसी कारण लोगों के द्वारा खेतो की सिंचाई के लिए नहर का तट बन्ध काट देने से वहा पर तट बन्ध कमजोर हो गया है और ज्यादा पानी आने से अपने से तट बन्ध टूट जाता है किसान रमाशंकर, राममूरत, शबद, हरिहर, सीता राम, अरविंद, बिनोद, हारून, राजेश, अनिल कुमार आदि लोग ने विभाग को दोषी ठहराया और डीएम से जांच कर कार्यवाई की मांग किया है।
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