आज़मगढ़ 26 अक्टूबर -- मण्डलायुक्त जगत राज द्वारा शाासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं की बिन्दुवार की जा रही साप्ताहिक समीक्षा में विद्युत विभाग से सम्बन्धित सौभाग्य योजना की प्रगति अत्यन्त न्यून पाये जाने पर उन्होंने मुख्य अभियन्ता विद्युत को चेतावनी निर्गत करते हुए निर्देशित किया है कि इस योजना की दैनिक समीक्षा करते हुए अभियान चलाकर शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल
करना सुनिश्चित किया जाय। मण्डलायुक्त ने इस सम्बन्ध में बताया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों को निःशुल्क तथा ग्रामीण क्षेत्र गरीबी रेखा से ऊपर के परिवारों को बिलों के साथ मात्र 500 रुपयें में अर्थात मासिक बिलों के साथ 50 रुपये की 10 आसान किस्तों में विद्युत कनेक्शन दिये जाने का प्राविधान है। उन्होंने कहा कि यह शासन की अत्यन्त महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली पहुंचाना एवं गरीबों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देकर उनके घरों को रोशन करना तथा उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है। मण्डलायुक्त जगत राज ने कहा कि इस योजना की समीक्षा प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा भी प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ सोमवार को नियमित रूप से की जा रही है। इसके बावजूद माह तक निर्धारित कुल लक्ष्य के सापेक्ष 22 अक्टूबर तक जनपद आज़मगढ़ में 71.09 प्रतिशत, मऊ में 75.54 प्रतिशत एवं बलिया में 59.01 प्रतिशत परिवावरों को ही विद्युत कनेक्शन दिया गया है। इसी प्रकार साप्ताहिक लक्ष्य के सापेक्ष हुई प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि 15 से 21 अक्टूबर के मध्य साप्ताहिक लक्ष्य के सापेक्ष आज़मगढ़ में 29 प्रतिशत एवं बलिया में 44 प्रतिशत परिवारों को विद्युत कनेक्शन आवंटित किया गया जो अत्यन्त न्यून एवं असन्तोषजनक है। मण्डलायुक्त ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च स्तर से बार-बार निर्देश दिये जाने के बावजूद इस योजना की न्यून प्रगति से स्पष्ट होता है कि उत्तरदायी विभागीय अधिकारियों द्वारा योजना के क्रियान्वयन में अपेक्षित रूचि नहीं ली जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने मुख्य अभियन्ता को चेतावनी निर्गत करते हुए इसकी दैनिक समीक्षा एवं अभियान चलाकर शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों को भी विद्युत विभाग के उत्तरदायी अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा करते हुए अवशेष लक्ष्य को यथाशीघ्र प्राप्त करने का निर्देश दिया है।
करना सुनिश्चित किया जाय। मण्डलायुक्त ने इस सम्बन्ध में बताया कि सौभाग्य योजना के अन्तर्गत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों के गरीब परिवारों को निःशुल्क तथा ग्रामीण क्षेत्र गरीबी रेखा से ऊपर के परिवारों को बिलों के साथ मात्र 500 रुपयें में अर्थात मासिक बिलों के साथ 50 रुपये की 10 आसान किस्तों में विद्युत कनेक्शन दिये जाने का प्राविधान है। उन्होंने कहा कि यह शासन की अत्यन्त महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके माध्यम से सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक बिजली पहुंचाना एवं गरीबों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन देकर उनके घरों को रोशन करना तथा उनकी बुनियादी जरूरतों को पूरा करना है। मण्डलायुक्त जगत राज ने कहा कि इस योजना की समीक्षा प्रदेश के मुख्य सचिव द्वारा भी प्रत्येक माह के द्वितीय एवं चतुर्थ सोमवार को नियमित रूप से की जा रही है। इसके बावजूद माह तक निर्धारित कुल लक्ष्य के सापेक्ष 22 अक्टूबर तक जनपद आज़मगढ़ में 71.09 प्रतिशत, मऊ में 75.54 प्रतिशत एवं बलिया में 59.01 प्रतिशत परिवावरों को ही विद्युत कनेक्शन दिया गया है। इसी प्रकार साप्ताहिक लक्ष्य के सापेक्ष हुई प्रगति की समीक्षा में पाया गया कि 15 से 21 अक्टूबर के मध्य साप्ताहिक लक्ष्य के सापेक्ष आज़मगढ़ में 29 प्रतिशत एवं बलिया में 44 प्रतिशत परिवारों को विद्युत कनेक्शन आवंटित किया गया जो अत्यन्त न्यून एवं असन्तोषजनक है। मण्डलायुक्त ने इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उच्च स्तर से बार-बार निर्देश दिये जाने के बावजूद इस योजना की न्यून प्रगति से स्पष्ट होता है कि उत्तरदायी विभागीय अधिकारियों द्वारा योजना के क्रियान्वयन में अपेक्षित रूचि नहीं ली जा रही है। इस सम्बन्ध में उन्होंने मुख्य अभियन्ता को चेतावनी निर्गत करते हुए इसकी दैनिक समीक्षा एवं अभियान चलाकर शत प्रतिशत उपलब्धि सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों को भी विद्युत विभाग के उत्तरदायी अधिकारियों के साथ गहन समीक्षा करते हुए अवशेष लक्ष्य को यथाशीघ्र प्राप्त करने का निर्देश दिया है।

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