आज़मगढ़ 27 अक्टूबर -- मण्डलायुक्त जगत राज ने कहा है कि उद्योग स्थापना बेरोजगारी कम करने का सशक्त माध्यम है, इसलिए युवाओं के अधिक से अधिक उद्योग लगाने के प्रति प्रोत्साहित किया जाय। उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग स्थापना हेतु प्राप्त आवेदन पत्रों पर अपेक्षित कार्यवाही में तेजी लाई जाय। मण्डलायुक्त जगत राज ने शनिवार को अपने कार्यालय के सभागार में मण्डलीय उद्योग बन्धु की आयोजित बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि मण्डल के तीनों जनपदों में औद्योगिक आस्थान एवं औद्योगिक क्षेत्रों में आसन्न समस्याओं पर सम्बन्धित विभाग के अधिकारी विशेष ध्यान दें तथा जो भी समस्यायें संज्ञान में आती हैं उसका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जाय। बैठक में अवगत कराया गया कि औद्योगिक आस्थान आज़मगढ़ के उद्यमियों की विद्युत समस्या के परिप्रेक्ष्य में आस्थान के स्वन्त्र विद्युत फीडर से दिये गये घरेलू कनेक्शन को हटाने के प्रकरण पर मुख्य अभियन्ता विद्युत द्वारा अवगत कराया गया कि आस्थान हेतु डेडीकेटेड फीडर नहीं है बल्कि वह फीडर कामन फीडर है, जिससे दोनों प्रकार के कनेक्शन दिये गये हैं। मुख्य अभियन्ता ने यह भी कहा कि स्वतन्त्री फीडर हेतु अभी तक कोई आवेदन नहीं मिला है। मण्डलायुक्त जगत राज ने स्वतन्त्र फीडर हेतु संयुक्त आयुक्त उद्योग को तत्काल आवेदन कर अग्रिम कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इसी प्रकार आस्थान में नाली निर्माण और मरम्मत की समस्या से अवगत कराये जाने पर उपायुक्त उद्योग आज़मगढ़ द्वारा बताया गया कि आगणन तैयार कर डिमाण्ड मुख्यालय को भेज दी गयी है। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि व्यक्तिगत ध्यान देकर तत्परता से अग्रिम कार्यवाही की जाय। मण्डलायुक्त जगत राज ने जनपद बलिया में औद्योगिक आस्थान माधोपुर, रसड़ा के सम्बन्ध में अद्यामियों द्वारा बताया गया किस्थापित फीडर का तार 30-35 साल पुराना होने के कारण लगतार विद्युत बाधित हो रही है, जिससे काफी नुक्सान हो रहा है। मण्डलायुक्त ने इसे गंभीरता से लेते हुए मुख्य अभियन्ता विद्युत को निर्देशित किया कि 5 किलामीटर का जो तार बदला जाना प्रस्तावित वह दो माह के अन्दर अनिवार्य रूप से बदल दिया जाय, आगामी बैठक तक यह प्रकरण निस्तारित मिलना चाहिए। उन्होंने उद्योग विभाग की प्रमुख ऋण योजनाओं की प्रगति का जायजा लेते हुए पाया कि मुख्यमन्त्री युवा स्वरोजगार योजना हेतु जनपद आज़मगढ़ में कुल 365 आवेदन पत्र प्राप्त हुए थे जिसमें 216 बैंकों को भेजे गये थे। बैंक द्वारा 23 की स्वीकृति के उपरान्त 5 लोगों को धनराशि उपलब्ध कराई गयी है। मऊ में प्राप्त सभी 26 आवेदन पत्रों को बैंक भेज दिया गया है बैंक द्वारा 10 की स्वीकृति कर दी गयी है परन्तु किसी को अभी तक मार्जिन मनी उपलब्ध नहीं कराई गयी है। इसी प्रकार जनपद बलिया में प्राप्त 325 के सापेक्ष 166 आवेदन पत्र बैंक को उपलब्ध करा दिये गये हैं जिसमें 22 को स्वीकृति करते हुए बैंक द्वारा 2 आवेदन पत्र पर धनराशित आवंटित कर दी गयी है। मण्डलायुक्त ने तीनों जनपदों में प्राप्त आवेदन पत्रों के सापेक्ष स्वीकृति एवं आवंटन की वर्तमान स्थिति पर असन्तोष व्यक्त करते हुए तीनों जनपद के एलडीएम को इसमें तेजी लाने का निर्देश दिया तथा कहा कि इस वर्ष का जो लक्ष्य निर्धारित वह हर हालत में पूर्ण होना चाहिए, किसी भी दशा में आगामी वर्ष के लिए लम्बित नहीं मिलना चाहिए। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त हरिश्चन्द्र वर्मा, संयुक्त आयुक्त उद्योग रंजन, मुख्य अभियन्ता विद्युत पंकज कुमार, उपायुक्त उद्योग आज़मगढ़ शिव लाल, एलडीएम आज़मगढ़ विकास कुमार सिंह, संयुक्त आयुक्त वाणिज्य कर वीपी सिंह, प्रदूषण नियन्त्रण बोर्ड के ओएच सिद््दीकी सहित तीनों जनपद के उद्यमीगण उपस्थित थे।
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