आजमगढ़। फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी पाने के मामले में मंगलवार को तीन और शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया। दो शिक्षकों ने बीटीसी और भर्ती में अलग-अलग मार्कशीट का प्रयोग किया था। तत्कालीन कमिश्नर के रविंद्र नायक के आदेश पर तत्कालीन जिलाधिकारी सीबी सिंह ने डीएसटीओ डॉक्टर अर्चना सिंह और एडीएसटीओ सुनील सिंह से प्रकरण की जांच कराई थी। मामले में छह शिक्षकों को फर्जी पाया गया था, जिनमें पांच पर एफआईआर भी कराई गई थी। सभी की सेवा समाप्ति के आदेश तत्कालीन जिलाधिकारी ने बीएसए को दिए थे। जांच रिपोर्ट के परीक्षण और प्रमाण पत्रों के सत्यापन के बाद बीएसए देवेंद्र कुमार पांडे ने मंगलवार की देर शाम सहायक अध्यापक छोटेलाल और यादव उषा की सेवा समाप्त कर दी। दोनों शिक्षकों ने बीटीसी करते समय किसी और अंकपत्र और 16448 शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में किसी अन्य मार्कशीट का प्रयोग किया था। इसके अलावा एक अन्य शिक्षिका सीमा पुत्री नंदलाल की सेवा भी समाप्त की गई है। बेसिक शिक्षा अधिकारी देवेंद्र कुमार पांडे ने तीनों कार्यवाहियों की पुष्टि की है।
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