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आमजन की सुविधा मुहैया कराने हेतु ग्रामीण क्षेत्रों में बसों का संचालन जरूरी: मण्डलायुक्त

महानगरों की ओला टैक्सी की भांति संचालन के प्रति लोगों को प्रोत्साहित किया जाय
आज़मगढ़ 29 सितम्बर-- मण्डलायुक्त जगत राज ने कहा है कि मुख्य मार्गों से दूर स्थित गांवों में आम जन के आवागमन की सुविधा को दृृष्टिगत रखते हुए इन क्षेत्रों में बसों का संचालन अत्यन्त जरूरी है। उन्होंने कहा कि इससे जहाॅं आम जन को काफी सुविधायें मिलेंगी वहीं रोडवेज की आय में भी वृद्धि होगी। मण्डलायुक्त जगत राज ने शनिवार को अपने कार्यालय के सभागार में संभागीय परिवहन प्राधिकरण (आरटीए) की आयोजित बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने मण्डल के तीनों जनपदों के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारियों को निर्देशित किया जिन आन्तरिक रूटों पर बस संचालन हेतु परमिट की जरूरत उसका पूरा रूटचार्ट तैयार कर सम्बन्धित जिलाधिकारी के माध्यम से आरटीए की आगामी बैठक में प्रस्तुत किया जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि वाहनों की नियमित चेकिंग नहीं की जा रही है जिसके कारण बिना परमिट बसों के संचालन की लगातार शिकायतें मिल रही हैं। उन्होंने इस नाराजगी व्यक्त करते हुए सभी सहायक संभागीय अधिकारी निर्देशित किया कि कम से कम सप्ताह का सघन अभियान चलाकर वाहनों के परमिट आदि की चेकिंग की जाय तथा जो वाहन बिना परमिट के चल रही हैं उसे बन्द कराया जाये। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ बसें जिनमें सुदूर महानगरों के लिए संचालित वातानुकूलित बसें भी सम्मिलित हैं, यदि परमिट के बावजूद अन्य रूटों पर संचालित है उसे भी बन्द कराया जाय तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि अनुमन्य रूटों पर संचालित बसों द्वारा केवल स्टाप टू स्टाप सवारियाॅं बैठाई और उतारी जायें, किसी भी दशा में डग्गामारी नहीं होनी चाहिए।
मण्डलायुक्त जगत राज ने कहा कि जिन ट्रकों का रजिट्रेशन नवीनीकृत नहीं है उसका परमिट तुरन्त कैंसिल किया जाय तथा जिन वाहनों का टैक्स बकाया है उससे वसूली में ढिलाई नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन कार्य में कमी के कारण वाहन कर की वसूली लक्ष्य के सापेक्ष नहीं हो पा रही है, इसलिए इस पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाय। बैठक में अवगत कराया गया कि नगर के अन्दर संचालन हेतु बड़ी संख्या में आटो रिक्शा के परमिट का आवेदन पत्र लम्बित है। इस पर मण्डलायुक्त ने निर्देश दिया कि नगर के अन्दर ट्रैफिक व्यवस्था और जन सुविधा को दृृष्टिगत रखते हुए परमिट दिये जाने की अग्रिम कार्यवाही की जाय। उन्होंने कहा कि शादी विवाह व अन्य अवसरों के लिए किराये पर छोटे वाहन उपलब्ध कराने वाली ट्रेवेलिंग एजेन्सियों के अधिकांश गाड़ियाॅं बिना परमिट के ही चलती हैं, जिससे राजस्व की काफी हानि होती है। उन्होंने संभागीय परिवहन अधिकारी को निर्देशित किया कि इस प्रकार की एजेन्सियों से परमिटेड वाहनों की सूची प्राप्त करें तथा अवैध ढंग से संचालित वाहनों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही करते हुए उनपर तत्काल रोक लगाई जाय। उन्हांेने यह भी निर्देश दिया नगरों में ट्रैफिक व्यवस्था को देखते हुए महानगरों की भांति ओला टैक्सी संचालन के प्रति लोगों को प्रोत्साहित किया जाय। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि यदि ओला के लिए कोई आवेदन पत्र प्राप्त होता है तो उसे परमिट देने पर तत्काल ध्यान दिया जाय।
इस अवसर पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ शिवाकान्त द्विवेदी, उप परिवहन आयुक्त वाराणसी परिक्षेत्र देवेन्द्र कुमार त्रिपाठी, संभागीय परिवहन अधिकारी दरोगा सिंह, एआरएम रोडवेज ललित कुमार श्रीवास्तव, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आज़मगढ़ सन्तोष कुमार सिंह व रूप नारायण चैधरी, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी मऊ कहकशाॅं खातून, प्राईवेट बस संचालक एसोसियेशन के खुर्रम आलम नोमानी सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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