सर्वसमाज के प्रकोष्ठों का गठन कर उसी जाति या पेशे के लोकप्रिय व सक्रिय लोगों को प्रभारी बना संगठन मजबूत करने की भाजपा की कवायद आजमगढ़: भाजपा ने सर्व समाज को पार्टी से जोड़ने और 2019 में लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल करने के लिए बड़ा प्लान तैयार किया है। इसके तहत सभी समाज के प्रकोष्ठ का गठन कर उसी जाति या पेशे के अति सक्रिय लोगों को प्रभारी बनाकर संगठन तैयार किया जा रहा है। बीजेपी की यह तैयारी उसका चुनावी समीकरण मजबूत कर सकती है वहीँ पार्टी में जिम्मेदारी मिलने से सामजिक सेवा में सक्रिय लोग भी उत्साहित दिख रहे है। 2019 में जीत के लक्ष्य को ले भाजपा द्वारा विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से जहां अब तक पीएम मोदी को अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रधानमंत्री साबित करने का प्रयास किया जा रहा है वहीं प्रकोष्ठों का गठन कर जातिगत और पेशेवर आधार पर लोगों को अलग अलग जिम्मेदारी सौंप पार्टी से जोड़ने और सक्रिय करने का प्रयास हो रहा है। हाल में बीजेपी द्वारा विभाग प्रकल्प प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। इसमें डाक्टर भक्तवत्सल को चिकित्सा प्रकोष्ठ का प्रभारी बनाया गया है। इसी तरह प्रमोद सिंह को विधि प्रकोष्ठ, कौशलेंद्र मिश्र को बुद्धजीवी प्रकोष्ठ, मनोज खेतान कोव्यवसायिक प्रकोष्ठ, गौरव अग्रवाल को आर्थिक प्रकोष्ठ, मनोज कुमार गुप्त को व्यापार प्रकोष्ठ, यशवंत सिंह को सहकारिता प्रकोष्ठ, प्रभुनाथ सिंह को पूर्व सैनिक प्रकोष्ठ, हीरालाल शार्मा को सांस्कृतिक प्रकोष्ठ, हाजी इमाम अली को बुनकर प्रकोष्ठ, अनिल सिंह को शिक्षक प्रकोष्ठ, जनार्दन निषाद को मछुवारा प्रकोष्ठ, अजय सिंह को स्थानीय निकाय प्रकोष्ठ, विश्वास यादव को पंचायत प्रकोष्ठ, सुधीर रंजन अस्थाना को एनजीओ प्रकोष्ठ, फूलचंद राम को वरिष्ठ नागरिक प्रकोष्ठ तथा बलराज सिंह को लघु उद्योग प्रकोष्ठ का प्रभारी बनाया गया है। इस प्रकोष्ठ के गठन का उद्देश्य सर्व समाज को पार्टी से जोड़ने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है। डा. भक्तवत्सल ने कहा कि सरकार सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर आगे बढ़ रही रही है। पार्टी का प्रयास है कि सर्व समाज को पार्टी से जोड़ा जाय और सबका विकास कर मुख्यधारा से जोड़ा जाय। आम आदमी को सरकार की नीतियों पर विश्वास है यही कारण है कि लोग पार्टी से लगातार जुड़ रहे हैं। वहीं राजनीति के जानकारों का कहना है कि यह बीजेपी का बड़ा दाव है। इससे उसे विपक्ष को घेरने का मौका मिलेगा। कारण कि बीजेपी को अब तक सवर्ण और व्यापारियों की पार्टी कहा जाता रहा है लेकिन अपने इस कार्य से पार्टी सभी वर्ग के लोगों को जोड़ने में सफल होती है तो निश्चत तौर पर उसे वर्ष 2019 के चुनाव में लाभ मिलेगा।
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