आजमगढ़ | जिलाधिकारी शिवकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजनान्तर्गत आजमगढ़ को खुले में शौच मुक्त (ओडीएफ) करने हेतु एक दिवसीय वस्तु स्थिति विश्लेषण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर यूनीसेफ के राज्य स्तरीय टीम द्वारा प्रोजेक्टर के माध्यम से एडीओ व खण्ड विकास अधिकारियों से प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने सभी समस्त नोडल अधिकारी जो अनुपस्थित पाये गये उनका एक दिन का वेतन काटने के लिए डीपीआरओ को निर्देशित किए। इस अवसर पर यूनसेफ के टीम द्वारा बताया गया कि जनपद के 6 ब्लाकों के 12 गांव में 175 घरों पर जाकर उसका स्थलीय निरीक्षण किया गया। टीम द्वारा प्रशिक्षण के माध्यम से बताया गया कि एडीओ/बीडियो जब भी गांव मंे निरीक्षण करने जाये तो देखे की दो गढढ़े वाला ही शौचालय बन रहा है कि नही। दोनो गढढ़ों के बीच की दुरी 1 मीटर होना चाहिए। तथा गढढ़ा 3 से 4 फीट तक ही होना चाहिए। जक्शन चेम्बर वाई के आकार ही होना चाहिए। तथा पाकेट चार्ट सभी नोडल अधिकारियों के पास होना चाहिए। गढढ़े पर पीट कवर भी होना चाहिए। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने एडीओ तथा खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि शौचालय निर्माण कार्य को एक चैलेंज के रूप में लेगें तभी अपने जनपद को ओडीएफ कर सकते है। उन्होने कहा एक टीम भावना के साथ मिल कर कार्य करें। उन्होने कहा कि प्रतिदिन अपने गांव में जाय तथा लोगों को शौचालय बनवाने के प्रति जागरूक करे तथा खुले में शौच से होने वाली बिमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करे। तथा लोगों का व्यवहार परिवर्तन करे तथा उन्होने कहा कि शौचालय सबसे पहले हमे दिमाग में बनाना होगा तभी शौचालय बन सकता है। तथा लोगो को एक गढढ़ा वाला शौचालय बनाने से क्या हानि है उसे भी लोगों को बताये। जिलाधिकारी ने डिप्टी डायरेक्ट पंचायत राज तथा डीपीआरओ को निर्देशित करते हुए कहा कि शौचालय बनवाने के प्रति जागरूक करने के लिए प्रचार-प्रसार सामग्री भी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने ईट, बालु, सरिया तथा रूलर पैनल को समय से सप्लाई कराने तथा सप्लाई चेन को भी देखे सभी खण्ड विकास अधिकारियांे से कहा। उन्होने डीपीआरओ से कहा कि शौचालय बनाने हेतु जो धन अवमुक्त हो रही है उस ग्राम पंचायत से सम्बन्धित सारी सुचनाएं खण्ड विकास अधिकारियंांे को निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार उपाध्याय, परियोजना निदेशक दुर्गादत्त शुक्ल, डीडी पंचायत जयदीप त्रिपाठी, डीसी मनरेगा, डीसी एनएलआरएम, जिला विकास अधिकारी, डीपीआरओ सहित एडीओ तथा समस्त खण्ड विकास अधिकारी उपस्थित रहे।
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