आजमगढ़। पर्यावरण बचाएं-थैला घर से लाएं की मुहिम को जन जन से जोड़ने के लिए प्रयास सामाजिक संगठन द्वारा शुक्रवार को कलेक्ट्रेट चौराहे पर कपड़े का थैला नगर की जनता को अभियान चलाकर वितरित किया गया। जागरूकता के क्रम में थैला बांटकर लोगों से अनुरोध किया गया कि पालीथीन पर्यावरण के लिए घातक है। संस्थापक सदस्य अतुल श्रीवास्तव ने कहाकि पालिथिन मानव जीवन में विषाक्तता तो घोलने ही रही है साथ ही मिट्टी के जलरन्ध्र को रोककर भू-जल की समृद्धि में बड़ा बाधक है। यही नहीं, भोजन की तलाश में भटकते जानवरों का निवाला बनकर पालीथीन उनका जीवन लील रही है। सरकारों ने पालीथीन प्रतिबंध जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाकर पर्यावरण संरक्षा के प्रति अपनी संजीदगी दिखाई है जो स्वागत योग्य है। इस मौके पर प्रयास के डा वीरेन्द्र पाठक ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि पर्यावरण को बचाना हम सबकी साझी जिम्मेदारी है और इसकी समृद्धि में सेंधमारी करने वाले उन सभी तत्वों को हमें रोजमर्रा की जिंदगी से बाहर करना होगा। तभी हम अपने परिवेश, पास-पड़ोस को उन्नत कर उसका लाभ ले सकेंगे और आने वाले पीढ़ियों को स्वच्छ एवं सुन्दर माहौल दे सकेंगे। श्री यादव ने कहाकि पर्यावरण के लिए संस्था आगे भी जागरूकता अभियान चलाकर अन्य क्षेत्रां के लोगों को भी पालीथीन के दुष्प्रभाव से आगाह करेंगे तथा कपड़ों से बने थैलों को आदत में शुमार के लिए आग्रह करते रहेंगे। थैला बांटने वालों में अभिषेक सिंह नीरज, डा वीरेन्द्र पाठक, चन्द्रप्रकाश पांडेय, शमशाद अहमद, राजीव शर्मा, शम्भू दयाल सोनकर, रामजन्म विश्वकर्मा, प्रतिमा पांडेय, वन्दना पाठक, डा पूजा पांडेय, स्नेहलता, डा राधा देवी, धनंजय मौर्य, डा हर गोविन्द विश्वकर्मा, आशुतोष सिंह सहित आदि मौजूद रहे।
Blogger Comment
Facebook Comment