आजमगढ़। मानव तस्करी पर आधारित फिल्म ‘मझधार’ लगभग पूर्ण हो चुकी है। इस फिल्म की शूटिंग पूर्वांचल के कई जिलो में की गई है। इस फिल्म में देश में चल रहे कुरीतियों पर प्रहार किया गया है। मानव तस्करी हमारे समाज में दीमक की तरह फैल चुकी है। इस बात को ध्यान में रखते हुए फिल्म के डायरेक्टर और प्रोड्यूसर के दिमाग की उपज है फिल्म मझधार। फिल्म का प्रमोशन अक्तूबर में पूर्वांचल के आजमगढ़ में होगा " मझधार" को सको जिवन्त रूप दिया है फिल्म में काम करने वाले कलाकार जो कि इस प्रकार है। " मझधार" जिसके निर्माता है " चन्द्रपाल सिंह" इसके पहले इन्होंने 2 फिल्मो का निर्माण किया है "लकीर के फ़कीर" और "भूरी" । इस फ़िल्म के निर्देशन हरपिंदर मान सिंह और मंजीत महिपाल ने किया है। फ़िल्म के मुख्य भूमिका में राजेश सिंह, मशहूर अभिनेत्री मेघा सक्सेना, मधु श्री, सत्य प्रकाश सिंह, श्रीराज पंडित, शशिकांत, नागेंद्र कुमार, पूनम मौर्या, मंजीत महिपाल, बीना यादव, बृजेश सिंह, खुशी भट्ट, गोपाल चौहान, सरफुद्दीन अंसारी, अशोक राय, रंजीत यादव, शिवगोविंद यादव, पिंकी, अखिलेश, पंकज, अजय, हेमलता आदि है। वही 25 से ज्यादा फिल्मो में विलेन की भूमिका निभा चुके सत्यप्रकाश सिंह ने बताया कि इस फिल्म के रिलीज होने के बाद आगमन फिल्म पर शूटिंग की जायेगी। जिसमें जो कलाकार भाग लेंगे वो अपने पूर्वांचल के ही रहेंगे और उनका आडिशन भी किया जायेगा। जो भी क्षेत्रिय कलाकार जुड़ना चाहेंगे उन्हें अवसर दिया जायेगा। सामाजिक फ़िल्म " मझधार" की शूटिंग आजकल आजमगढ़ के देवरा अंचल के हाजीपुर, भदौरा आदि जगहों पर चल रही है। जिला मुख्यालय पर स्थित आदर्श होटल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए फ़िल्म के निर्माता निर्देशक ने बताया कि- यह फ़िल्म उन सफेद पोश तथा कथित समाज सेवी और नेताओं की नाज़ायज़ हरकतों का, जिसका आम जनमानस पे बेहद गंभीर कू प्रभाव पड़ रहा है, नजाने कितने वर्षों से। सामंती सोच के लोगो द्वारा खासकर भारत के सीमावर्ती इलाकों के गांव के सफेद पोशों द्वारा मानव तस्करी का धंधा आज भारत के सदन को भी हिला के रख दिया है।इस फ़िल्म की सबसे बड़ी बात ये है की इस फ़िल्म के 90% कलाकार पूर्वान्चल से ही है। ज्यादातर इनमे थियेटर आर्टिस्ट हैं। जबकि फ़िल्म के निर्माता खुद आज़मगढ़ के भदौरा के ही है। ये फ़िल्म यकीनन आपको झकझोर के रख देगी।
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