आजमगढ़। होमियोपैथिक मेडिकल एसोसिएशन आफ इंडिया जनपद की सभी शाखाओं के संयुक्त तत्वावधान में होमियोपैथी के अन्वेषक डा. हैनीमन का परिनिर्वाण दिवस सोमवार को खत्री टोला स्थित डॉ भक्तवत्सल के के आवास पर मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महात्मा हैनीमन के चित्र पर माल्यापर्ण एवं पुष्प अर्पित कर किया गया। डा. हैनिमन का जीवन परिचय डा. नेहा दुबे ने दिया। उक्त अवसर पर केंद्रीय होमियोपैथी परिषद के सदस्य एवं हमाई आजमगढ़ के अध्यक्ष डा. भक्तवत्सल ने कहा कि डा. हैनिमन एक मनीषी थे। उन्होने होमियोपैथी का आविष्कार करके सम समः समेत के सिद्धांत पर आधारित कठिन से कठिन रोगों का निदान सरलता से कर देती है। चिकित्सा विज्ञान के इस महान मनीषी ने होमियोपैथी के रूप में हम चिकित्सकों एवं सम्पूर्ण मानवता को ऐसा अस्त्र प्रदान किया है जिससे पीड़ित मानवता की सेवा अनादि काल तक होती रहेगी। वर्तमान सरकार ने आयुष मंत्रालय एंव उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा होमियोपैथी के विकास के लिए सराहनीय कार्य किये जा रहे हैं। सरकार को होमियोपैथिक चिकित्सकों के लिए रोजनगार के अवसर उपलब्ध कराने चाहिए। उन्होने कहा कि हेनिमैन के मूल सिद्धांतों पर चल कर ही सफलता पाई जा सकती है। सफलता को कोई शार्टकट नहीं है। आप जितनी गहनता से होमियोपैथी दर्शन और मटेरियामेडिका का अध्ययन करेंगे आप उतने ही सफल चिकित्सक होंगे। उन्होंने कहा की संगठन द्वारा पूरे जनपद में संचारी रोगों की प्रतिरोधक औषधिया वितरित की जाएगी। इसके लिए दस जुलाई से अभियान शुरू किया जाएगा। आगामी आने वाले तीन महीनों में छह निःशुल्क शिविर भी आयोजित किये जाएगे। कार्यक्रम को सचिव डा. राजेश तिवारी, डा. एससी सैनी, डा. एसके राय ने भी सम्बोधित किया। उक्त अवसर पर डा. नवीन दुबे, डा. एके राय, डा. अभिषेक, डा. नीरज सिंह, डा. रणधीर सिंह, डा. वृजेश सिंह, डा. सीजी मौर्य, डा. प्रभात कुमार, डा. मनोज मिश्र, डा. राजकुमार राय, आदि उपस्थित थे।
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