आजमगढ़। तमसा बचाओ आंदोलन के संयोजक डा0 सुजीत भूषण ने तमसा को सदानीरा, अविरल, निर्मल व मनोहारी बनाने के लिये एक दृष्टि पत्र जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी को सौंपा। जिलाधिकारी महोदय के तमसा प्रेम और सक्रियता से उत्साहित तमसा बचाओ आंदोलन ने सफ़ाई अभियान में अग्रणी भूमिका निभाते हुए पिछले 8 वर्षों से तमसा को लेकर की जा रही मांगों के आधार एक दस सूत्रीय दृष्टि पत्र तैयार किया है जिसे जिलाधिकारी महोदय को सौंपा गया। दृष्टि पत्र में प्रतिनिधिमंडल के द्वारा तमसा में गिरने वाले नालों पर जाली लगवाने, नालों को जोड़कर डाउनस्ट्रीम में गिराने, नगरपालिका द्वारा कूड़ा फेंकने की जमीन की व्यवस्था, घाटों के सुदंरीकरण, मूर्ति विसर्जन की वैकल्पिक व्यवस्था, तमसा में सिल्ट की सफ़ाई, राजघाट पर इलेक्ट्रिक शवदाह की व्यवस्था, अतिक्रमण रोकने, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड संबंधी प्रस्ताव शामिल किये गये हैं। जिला प्रशासन इसके लिये निजी अस्पतालों, होटल व्यवसाइयों व शिक्षण संस्थानों से भी सहयोग ले रहा है। अब समय आ गया है कि हम सब मिलकर तमसा को मनोहारी बनायें और आज़मगढ़ को एक मॉडल सिटी बनायें। प्रतिनिधिमंडल में शिवबोधन उपाध्याय, राकेश गांधी, प्रमोद सोनकर, राजेंद्र सिंह, अनिल श्रीवस्तव आदि लोग मौजूद थे।
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