.

.

.

.
.

कलेक्ट्रट के सामने दो बच्चों संग आत्मदाह करने पंहुची थी महिला,सुभासपा कार्यकर्ताओं ने बचाया

आजमगढ़ :: बुधवार की दोपहर में जिलाधिकारी कार्यालय के सामने स्थित डा0 भीमराव अम्बेडकर पार्क में उस समय अफरा-तफरी मच गई। जब एक महिला अपने परिवार के साथ अपने ही ससुर के खिलाफ अनशन पर बैठ गई और आत्मदाह की धमकी देने लगी। यही नहीं वह अपने साथ मिटटी का तेल भी ले कर आयी थी , यह तो संयोग था की उसी समय सुभासपा कार्यकर्ता वहां पंहुच गए और पूरा मामला देख उन लोगों ने तेजी दिखाते हुए महिला से तेल का गैलन व माचिस छीन लिया। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने फिर पुलिस को सूचना दी। महिला अपने ससुर पर बुरी नियत रखने व परिजनों द्वारा मारपीट करने का आरोप लगा रही थी।
तहबरपुर निवासी पीड़ित महिला के तीन बच्चों में दो पुत्र व एक पुत्री हैं। पुत्री की शादी हो चुकी है। महिला का कहना है कि उसके पति की गांव में सरकारी खाद्यान्न का कोटा है और ससुर तहसील में अधिवक्ता हैं। महिला का आरोप है कि पति का कहीं अवैध संबंध है जिसके चलते पति ने उससे दस साल पूर्व ही अपना संबंध तोड़ लिया है। पति के खिलाफ उसने कोर्ट में मुकदमा दायर किया है, जो लंबित चल रहा है। वह अपने दो बच्चों को लेकर ससुराल में रहती है। वह किसी तरह से गांव में मांग खा कर अपना व बच्चों का गुजारा कर रही है। उसने बताया की पति के संबंध तोड़ने के बाद से ही उसके ससुर उस पर बुरी नजर रखने लगे। ससुर ने कई बार बहू से शादी करने का प्रस्ताव भी रखा, प्रस्ताव को बहू ने ठुकरा दिया। इसके बाद से ही ससुर उसके साथ आए दिन छेड़खानी व दुराचार का प्रयास करने लगे। उसने थाने पर भी कई बार शिकायती प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मंगलवार की रात को वह अपने दोनों बच्चों संग घर में सो रही थी। सोते समय रात को ससुर ने उसके साथ दुराचार का प्रयास किया। प्रतिरोध करने पर परिवार के लोगों ने उसे मिलकर बुरी तरह से मारापीटा। बुधवार को सुबह वह कलेक्ट्रेट आई और मेहता पार्क में दोनों बच्चों संग इंसाफ के लिए धरने पर बैठ गई। धरने पर बैठी महिला की बातें सुनने के लिए कोई अधिकारी नहीं आया तो वह दोपहर लगभग दो बजे आत्मदाह के लिए शरीर पर मिट्टी का तेल डालने जा रही थी। संयोग था कि उसी दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के कुछ कार्यकर्ता आ गए। उन्होंने मामले को भांप तत्काल महिला के हाथ से तेल से भरे गैलन व माचिस को छीन लिया। इसके बाद फोन कर तहबरपुर थानाध्यक्ष को सारी बात बताई। सूचना मिलते ही तहबरपुर थाना के सब इंस्पेक्टर धनंजय शुक्ल भी पुलिस व ग्राम प्रधान के साथ मौके पर आ गए। दारोगा ने कार्रवाई को भरोसा दिलाते हुए महिला व उसके दोनों बच्चों को अपने साथ थाने पर लेकर चले गए। प्रधान का कहना है कि परिजनों के प्रताड़ना से महिला काफी दिनों से दुखी है। इस संबंध में तहबरपुर थाना पुलिस पीड़िता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है। 


Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment