आजमगढ़ : लखनऊ व वाराणसी के बाद जनपद में पासपोर्ट बनाने का कार्य शुरू हो गया है। प्रतिदिन लगभग 20 से 25 उपभोक्ताओं का पासपोर्ट बनाने का कार्य किया जा रहा है। हालांकि अभी तक उद्धाटन न होने से आधी-अधूरी व्यवस्था के बीच एक माह में लगभग 600 उपभोक्ताओं का पासपोर्ट बनाने की प्रक्रिया हुई। पासपोर्ट कार्यालय के उद्धाटन के बाद ही पासपोर्ट बनाने का कार्य सुचारू रूप से चलने लगेगा।
सिविल लाइन स्थित प्रधान डाकघर में एक माह पूर्व पासपोर्ट कार्यालय स्थापित किया गया। कार्यालय में पासपोर्ट बनाने वाले दो कर्मचारी भी तैनात कर दिये गये हैं, लेकिन उद्धाटन न होने से कार्य अभी धीमी गति से चल रहा है। विभाग द्वारा अभी तक इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है। मोबाइल से इंटरनेट चलाकर फार्म भरा जा रहा है। कार्यालय में पासपोर्ट बनाने की तीन प्रक्रिया होती है। इसमें से अभी तक यहां सिर्फ एक की प्रक्रिया की जा रही है। दो प्रक्रिया लखनऊ से की जा रही है। कर्मचारियों द्वारा पहली प्रक्रिया फोटो खींचकर और फार्म को भरकर कोरियर द्वारा लखनऊ पासपोर्ट कार्यालय भेजा जाता है। पासपोर्ट सहायक अधीक्षक मोहम्मद शमीम ने बताया कि इस प्रक्रिया से पासपोर्ट बनाने में अभी समय लग रहा है, लेकिन उद्धाटन के बाद सभी प्रक्रिया यहीं होने लगेगी। तब एक ही सप्ताह में पासपोर्ट बनकर मिल जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यालय में अभी तीन और कर्मचारियों की जरूरत है जिनकी ट्रेनिंग कराई जा चुकी है। उद्धाटन होने के बाद कर्मचारियों की नियुक्ति हो जाएगी। उसके बाद पासपोर्ट बनाने का कार्य तेजी से होने लगेगा। पासपोर्ट बनाने पहले उपभोक्ताओं को आनलाइन कराना होता है। उसके बाद जरूरी कागजात को पूरा करने के बाद फार्म भर लखनऊ भेज दिया जाता है। अब तक लगभग 600 लोगों का फार्म आनलाइन कर लखनऊ भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि प्रत्येक सोमवार को लगभग 50 उपभोक्ता आते हैं, जबकि अन्य दिनों उपभोक्ताओं की संख्या 20 से 25 होती है। सप्ताह में शनिवार एवं रविवार को कार्यालय बंद रहता है। ऐसे में एक सप्ताह में लगभग 150 लोगों का फार्म फोटो खींचकर फार्म आनलाइन किया जा रहा है।
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