आजमगढ़ 26 अप्रैल 2018 -- शासन द्वारा 2 मई को किसान कल्याण कार्यशाला आयोजन के सम्बन्ध मे विस्तृत दिशा निर्देश निर्गत किये गये हैं। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी ने बताया है कि किसान कल्याण कार्यशाला 2 मई को विकास खण्ड स्तर पर आयोजित की जाएगी एवं सभी विभागों द्वारा सक्रीय सहभागिता की जाएगी। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कृषकों की आय दोगुना किये जाने सम्बन्धी कार्य/रणनीति को कृषकों तक पहुंचाना है तथा जनपद मे क्रियान्वित केन्द्रीय एवं राज्य की उपज वृद्धि की योजनाओं से कृषकों को परिचित कराना है। विकासखण्ड स्तर पर भिन्न-भिन्न विषयों के 5 प्रगतिशील कृषकों को चिन्हीत करते हुए कार्यक्रम के अवसर पर सम्मानित किया जाना है। मुख्य रूप से अधिक उपज की नवीन तकनीक, कृषक उपज संगठन, जल उपयोग क्षमता मे वृद्धि एवं समन्वित कृषि प्रणाली द्वारा औद्यानिक, पशुपालन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अपने खेत पर कार्य करने वालों को चिन्हीत किया जायेगा। सम्मानित किये जाने वाले प्रगतिशील कृषकों द्वारा अन्य कृषकों को जानकारी प्रदान की जायेगी एवं सफलता के गुर बताए जायेंगे। जिलाधिकारी ने आगे बताया है कि विकासखण्ड स्तर पर प्रगतिशील कृषकों की सफलता की कहानियों को भी कार्यक्रम मे प्रदर्शित किया जायेगा। कृषि विज्ञान केन्द्र/कृषि विश्व विद्यालय/गैर सरकारी संगठन/निजी संस्थान एवं कृषि से संबंधित प्रयोगशाला आदि के वैज्ञानिकों एवं कार्यकर्ताओं को ‘‘किसान कल्याण कार्यशाला’’ मे कृषकों से संवाद स्थापित कराया जाए जिससे कृषकों को अध्यावद्यिक नवोन्मेदी वैज्ञानिक तकनीक एवं शोध का लाभ मिल सके। क्षेत्र के अधिक से अधिक कृषकों को कार्यक्रम मे प्रतिभाग करने हेतु व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। महिलाओं की भागीदारी भी प्रमुखता से सुनिश्चित की जाये। उक्त कार्यक्रम मे मा0 सदस्य लोकसभा एवं राज्यसभा को भी आमंत्रित किया जाये। कृषि विभाग के अतिरिक्त अन्य संवर्गीय विभागों द्वारा संचालित योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर कृषकों की सहभागिता एवं गांव मे इच्छुक कृषकों के संतृप्तिकरण किये जाने का उत्तरदायित्व संबंधित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकारी का होगा। कार्यक्रम को सफल बनाये जाने हेतु विकास खण्डवार नामित नोडल अधिकारी उत्तरदायी होंगे जो संबंधित खण्ड विकास अधिकारी के साथ-साथ कार्यक्रम से जुड़े अन्य विभागीय अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर कार्यक्रम को सफल बनायेंगे। उन्होने बताया है कि कार्यक्रम की शत प्रतिशत सफलता हेतु विकास खण्डवार नोडल अधिकारी/प्रभारी की नियुक्ति की गयी है। जिलाधिकारी ने बताया है कि जनपद के सफल क्रियान्वयन हेतु उप कृषि निदेशक नोडल अधिकारी होंगे जो विकास खण्ड स्तरीय नामित अधिकारियों को आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे। कार्यक्रम समाप्ति के पश्चात नामित नोडल अधिकारी संलग्न प्रारूप पर सूचना उप कृषि निदेशक को अनिवार्य रूप से शाम 5.00 बजे तक उपलब्ध करायेंगे। उप कृषि निदेशक विकास खण्ड स्तर से प्राप्त सूचनाओं को संकलित कर उच्चाधिकारियों को प्रेषित करते हुए पोर्टल पर आॅनलाइन अपलोड कराया जाना सुनिश्चित करेंगे।
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