रौनापार :;आजमगढ़ : क्षेत्र के जोकहरा स्थित श्री रामानंद सरस्वती पुस्तकालय के तत्वावधान में रविवार को संघर्षशील ग्रामीण महिला मुद्दों पर कार्य कर रहे विविध संस्थाओं व जागरूक महिलाओं के सम्मेलन का आयोजन पुस्तकालय सभागार में किया गया। सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि ऋचा साहनी ने कहा कि जनपद की 75 फीसद आबादी ग्रामीण अंचल में रहती है। इसलिए कृषि व दूसरे कामों की जिम्मेदारी महिलाएं उठाती हैं। आंकड़ों के अनुसार कृषि क्षेत्र में 80 फीसद से ज्यादा काम महिलाएं ही करती हैं पर उनके श्रम का सही मूल्यांकन नहीं हो पाता। अगर हम जनपद का विकास करना चाहते हैं तो हमें चाहिए कि ग्रामीण महिलाओं को भी विकास की मुख्यधारा से जोड़ें। हमें बैंक व सरकार की विभिन्न एजेंसियों व योजनाओं को ग्रामीण महिलाओं तक पहुंचाकर उनके लिए नए स्वरोजगार कुटीर उद्योग तथा कृषि की नई तकनीकों को पहुंचाकर उन्हें भी आर्थिक उपार्जन में भागीदारी करने के लिए प्रोत्साहित करना होगा। ग्रामीण महिलाओं की साक्षरता दर 68 प्रतिशत है ¨कतु माध्यमिक स्तर की शिक्षा के ऊपर मात्र 40 फीसद लड़कियां पहुंच पाती हैं। इसके लिए ग्रामीण महिलाएं और महिला मुद्दों पर कार्यरत संस्थाओं को मिलजुल कर काम करने की आवश्यकता है। इन्हीं मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है। सम्मेलन का उद्घाटन मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक की धर्मपत्नी ऋचा साहनी व मुख्य मुख्य विकास अधिकारी की धर्मपत्नी ऋचा सिंह ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन कर किया। इस अवसर पर डा. विभा राय, डा. अलका सिंह , डा. सोनी पांडेय, हिना देसाई, अनीता, आयशा खान, नीलम राय आदि उपस्थित थीं।
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