ट्रेनिंग से होगी हज यात्रा पूरी तरह मुकम्मल -सलीम अहमद,जिला हज ट्रेनर आजमगढ़ : सऊदी अरब की सरकार और हज कमेटी ने हज यात्रियों के लिए ट्रेनिंग अनिवार्य कर दिया है। ऐसे में सभी हज यात्रियों को आगामी 6 मई को सुबह नौ बजे से शिब्ली एकेडमी व जामा मस्जिद के तत्वावधान में ट्रेनिंग दी जाएगी। यह ट्रेनिंग प्रोजेक्टर से दी जाएगी। शहर इमाम मौलाना इंतेखाब आलम काशमी व जिला हज ट्रेनर सलीम अहमद बताया कि हज जिंदगी में एक बार फर्ज है और अक्सर लोग इस इबादत के तरीके को सीख कर नहीं जाते और वहां जाकर हज को सही तरीके से अदा नहीं कर पाते। इसकी वजह से उनका हज भी नामुकम्मल रह जाता है और लोग पैसा और वक्त भी खत्म करते हैं। सही तरीके से इबादत नहीं कर पाते। बड़ी महरूमी की बात है, लोगों को चाहिए कि हज ट्रेनिंग कैंप में जरूर भाग लें और हज करने का तरीका सीख लें। बताया कि हज यात्री अपने साथ जरूरी कागजात, कवर नंबर, हज आवेदन फार्म की फोटोकापी एवं पासपोर्ट की फोटोकापी ब्लड ग्रुप आधार कार्ड की दो फोटोकापी और दो फोटो अपने साथ अवश्य लाएं। सलीम अहमद ने बताया कि हेल्थ कार्ड हज कमेटी ने उपलब्ध नहीं कराया है जिसके लिए हम प्रयास कर रहे हैं। मिलने की सूरत में हेल्थ और ट्रेनिंग कार्ड बनाया जाएगा। उन्होंने बताया इस वर्ष जिले से 809 यात्रियों के जाने की उम्मीद है। 2950 तक के वेटिंग लिस्ट के हज आवेदकों से कहा कि वे भी ट्रेनिंग कैंप में भाग ले सकते हैं। उम्मीद है कि तीसरी वेटिंग लिस्ट में उनका नाम आ सकता है। सब्सिडी समाप्त होने और जीएसटी लगने के कारण हज का सफर गत वर्ष के मुकाबले तीस से 32 हजार रुपये महंगा हो गया है। इस वर्ष बनारस से जाने वाले हाजी को अजीजिया कैटैगरी वालों को अंतिम किश्त की रकम एक लाख 56 हजार 900 तथा ग्रीन वालों को एक लाख 91 हजार 100 रुपये तथा हज कमेटी के जरिए कुर्बानी वालों को इसी किश्त में 8000 अधिक जमा करना होगा। लखनऊ से जाने वालों को 12 हजार कम जमा करना होगा। दूसरी किश्त जमा करने की अंतिम तारीख 23 मई को है।
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