सरायमीर के कौरागहनी में हेमवती नंदन बहुगुणा जन्मशताब्दी समारोह व मुशायरा हुआ आयोजित आजमगढ़ :: प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हेमवती नंदन बहुगुणा ने अपने कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में उर्दू को ऊँचा दर्जा दिलाने के लिए काफी काम किया था, उन्हीं के पदचिन्हों पर चलते हुए हम सभी देश की सेवा में लगे हैं। ये बातें प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने शनिवार की शाम कहीं। वह सरायमीर के कौरागहनी में हेमवती नंदन बहुगुणा जन्मशताब्दी समारोह व मुशायरा के संबोधित कर रही थीं। हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति संस्थान की ओर से आयोजित एक शाम हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम मुशायरा व कवि सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। मुख्य अतिथि फिल्म डायरेक्टर मुजफ्फर अली ने कहा कि मैं उर्दू का एक छोटा सा खादिम हूं और जीवनपर्यंत इसकी सेवा करता रहूंगा। विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने हेमवती नंदन बहुगुणा के जीवन वृत्त पर प्रकाश डाला। कहा कि स्व. हेमवती नंदन बहुगुणा सदैव समाज की सेवा में लगे रहें। समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने का उन्होंने प्रयास किया। कार्यक्रम को पूर्व गृहमंत्री महाराष्ट्र सरकार कृपाशंकर सिंह ने भी संबोधित किया। हेमवती नंदन बहुगुणा स्मृति संस्थान के जिलाध्यक्ष साजिद खान आजमी के प्रयास से कवि सम्मेलन व मुशायरा का आयोजन 12 वर्षों से लगातार किया जा रहा है। इसमें देश-प्रदेश के नामचीन शायरों व कवियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मुशायरे का शुभारंभ शायर खुर्शीद हैदर ने नातिया कलाम पढ़कर किया। उन्होंने नज्म ‘उनका जिस जगह मकान है वह जमीन आसमान है, चौदहवीं सदी गुजर गई जिक्र मुस्तफा जबान है’ सुनाकर लाजवाब कर दिया। शायर कुंवर जावेद ने नज्म ‘चरखा चलाकर हर कोई गांधी नहीं बन सकता है, मैं अपनी मिट्टी से प्यार करता हूं मेरी जुबान से हिन्दुस्तान ही निकलता है’ सुनाकर जोश भर दिया। वहीं अन्य कवियों व शायरों ने अपनी रचनाओं की प्रस्तुति कर लोगों से देर रात तक वाहवाहियां लूटी। इस मौके पर परवेज आलम, अरविंद जायसवाल, शंभू शेखर, जौहर कानपुरी, शहीद आदि मौजूद रहे।
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