किसानों की सुविधा का रखें पूरा ध्यान, किसी भी दशा में बाधित न हो खरीद: रंगाराव
आज़मगढ़ 3 अप्रैल -- मण्डलायुक्त एसवीएस रंगाराव ने कहा है कि किसानों को उसकी उपज का पूरा मूल्य समय से दिलाना हम सबकी जिम्मेदारी है, इसलिए किसानों की सुविधा का पूरा ध्यान रखते हुए गेहॅूं की खरीद में पूरी संवीदनशीलता और पारदर्शिता होनी जरूरी है। मण्डलायुक्त श्री रंगाराव ने अपने शिविर कार्यालय पर मंगलवार को मण्डल में गेहॅूं खरीद की व्यवस्थाओं का जायज़ा ले रहे थे। उन्होेंने कहा कि गेहॅूं खरीद अत्यन्त महत्वपूर्ण कार्य है, इसलिए इसमें किसी प्रकार शिथिलता और लापरवाही नहीं होनी चाहिए और यह भी सुनिश्चित कर लिया जाय कि जिन किसानों से गेहॅंू खरीदा जा रहा है उनके खाते में धनराशि 48 घण्टे के अन्दर पहुंच जाये। उन्होने सभी क्रय एजेन्सियों के क्षेत्रीय प्रबन्धकों एवं जनपदों के नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रति सप्ताह सम्बन्धित बैंक शाखाओं से स्टेटमेन्ट लेकर यह सुनिश्चित कर लें कि किसानों के खाते में धनराशि 48 घण्ट के अन्दर पहुंच रही है अथवा नहीं। यदि निर्धारित समय से धनराशि खातों में नहीं जा रही है तो उसके कारणों का पता लगाकर तत्काल उसका समाधान करें। मण्डलायुक्त श्री रंगाराव ने कहा कि शासन द्वारा गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष गेहूॅं खरीद का लक्ष्य कम रखा गया है। उन्होंने सभी क्रय एजेन्सियों को निर्देशित किया कि एजेन्सीवार जो भी लक्ष्य निर्धारित है उसके अनुसार साप्ताहिक लक्ष्य बनाकर गेहॅूं की खरीद करें तथा उसकी साप्ताहिक मानीटरिंग भी करें ताकि लक्ष्य को आसानी से हासिल किया जा सके।
बैठक में संभागी विपणन अधिकारी आरबी प्रसाद ने बताया कि मण्डल में कुल 6 क्रय एजेन्सियों खाद्य विभाग, पीसीएफ, यूपी एग्रो, कर्मचारी कल्याण निगम, एनसीसीएफ एवं एफसीआई द्वारा कुल 193 क्रय केन्द्र स्थापित करते हुए सभी को सक्रिय कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जनपद आज़मगढ़ में कुल 61 क्रय केन्द्र जिसमें खाद्य विभाग के 20, पीसीएफ के 33, यूपी एग्रा के 4, कर्मचारी कल्याण निगम के 2, एवं एफसीआई के 2 केन्द्र, जनपद मऊ में खाद्य विभाग के 9, पीसीएफ के 30, यूपी एग्रो के 2, कर्मचारी कल्याण निगम 2, एनसीसीएफ के 5 एवं एफसीआई के 3 कुल 51 क्रय केन्द्र स्थापित किये गये हैं। इसी प्रकार जनपद बलिया में कुल 81 केन्द्र जिसमें खाद्य विभाग के 16, पीसीएफ के 47, यूपी एग्रो के 4, कर्मचारी कल्याण निगम के 5, एनसीसीएफ के 6 एवं एफसीआई के 3 केन्द्र स्थापित हैं। आरएमओ ने कहा कि इन केन्द्रों पर पंजीकृत किसान से ही गेहॅूं की खरीद की जायेगी। उन्होने स्पष्ट किया कि कोई भी पंजीकृत किसान अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी क्रय केन्द्र पर अपना गेहॅूं बेच सकता है। मण्डलायुक्त एसवीएस रंगाराव ने निर्देश दिया कि क्षेत्रों में स्थापित क्रय केन्द्रों की जानकारी किसानों तक पहुंचाने के लिए उसका व्यापक प्रचार प्रसार किया जाय। इसके साथ ही उन्होंने आगाह भी किया कि सुविधाओं के अभाव में कोई भी किसान वापस नहीं जाना चाहिए तथा यदि किसी भी केन्द्र के समय से पहले बन्द होने, अनियमिता करने आदि की शिकायत मिलती है तो उसे गंभीरता से लिया जायेगा तथा सम्बन्धित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। मण्डलायुक्त ने क्रय केन्द्रों पर उपलब्ध संसाधनों और सुविधाओं का एजेन्सीवार जायजा लेते हुए निर्देश दिया कि यदि कोई समस्या आती है तो तत्काल अवगत कराया जाये ताकि समय से उसका निराकरण किया जा सके। उन्होंने समस्त क्रय एजेन्सियों के क्षेत्रीय प्रबन्धकों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाय कि सभी क्रय केन्द्र प्रातः 9.00 बजे अनिवार्य रूप से खुल जायें तथा सायं 6.00 बजे से पहले किसी भी दशा में बन्द नहीं होने चाहिए।
बैठक में आरएमओ आरबी प्रसाद ने मण्डल के तीनों जनपदों में गेहूॅं खरीद हेतु निर्धारित लक्ष्य के बारे में बताया कि मण्डल हेतु कुल 166900एमटी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है जिसमें जनपद आज़मगढ़ का लक्ष्य 53900एमटी, जनपद मऊ का 37300एमटी एवं बलिया का 65700एमटी का लक्ष्य शामिल है। उन्होने यह भी बताया कि इस वर्ष शासन द्वारा गेहॅूं खरीद का समर्थन मूल्य 1735 रुपये प्रति कुन्टल निर्धारित किया गया है।
इस अवसर पर जिलाधिकारी मऊ प्रकाश बिन्दु, अपर आयुक्त राजेन्द्र कुमार, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) आज़मगढ़ बीके गुप्ता, अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) मऊ डीपी पाल, आरएफसी अरुण कुमार सिंह सहित सभी क्रय एजेन्सियों के क्षेत्रीय प्रबन्धक एवं अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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