आजमगढ़ :: एक तरफ सरकार की मंशा है कि सड़कें गड्ढा मुक्त हो ताकि लोगों को आवागमन में कोई दिक्कत ना उठानी पड़े, वहीं पर पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा कोटिला मंगरावां मार्ग का मरम्मत ना होना सरकार की मंशा पर पानी फेर रहा है। बताया जाता है कि कोटिला मगरावा मार्ग की दूरी लगभग 9 किलोमीटर है रानी की सराय चेकपोस्ट से मेंहनगर को जोड़ने वाला कोटिला मांगरावाँ मुख्य मार्ग है। इस मार्ग की हालत यह है कि जगह जगह सड़क टूटकर गड्ढे में तब्दील हो गई हैं। बारिश हो जाने के कारण इस रोड का नजारा देखने से लगता है कि जगह-जगह तालाब जैसी स्थिति हो गई हैं, जिससे जहां पर सवारी गाड़ी, चार पहिया व दो पहिया वाहन से चलने वालों को परेशानियां होती हैं वहीं पर इस ग्रामीण इलाके वाले मार्ग पर पैदल चलने वाले राहगीरों का चलना दुभर हो गया है। हालत यह है कि इस मार्ग पर चलने वाला राहगीर धूल से सना हुआ दिखाई देता है। बरसात के समय में तो स्थिति सबसे ज्यादा खराब होती है। इस संबंध में इसके पूर्व कई बार आँवक ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जाहिद खान ने पीडब्लूडी विभाग को प्रार्थना पत्र देकर चौड़ीकरण और मार्ग को ठीक कराने मांग की थी। वहीं पर उस प्रार्थना पत्र के जवाब में पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा दर्शाया गया कि मार्ग का मरम्मत करा दिया गया है जबकि वह आज भी गड्ढे में तब्दील है। इतना जरूर हुआ है कि मरम्मत के नाम पर कुछ जगह खानापूर्ति कर दी गए हैं। इतना ही नहीं ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को ऑनलाइन प्रार्थना पत्र देकर मार्ग चौका ड़ीकरण व मरम्मत करने की मांग की थी। इसके अलावा 17 मार्च को सिरसाल ग्राम प्रधान मिर्जा आदिल, अदरसपुर प्रधान राजेश चौहान चकीदी ग्राम प्रधान सुनील कुमार सरोज, खालिसपुर प्रधान सोहराब खान तथा आवाक ग्राम प्रधान के पुत्र व प्रतिनिधि जाहिद खान ने भाजपा सांसद नीलम सोनकर को प्रार्थना पत्र देकर कोटिला मांगरावाँ मार्ग के चौड़ीकरण वह गड्ढा मुक्त करने की मांग की थी लेकिन ना तो विभागीय अधिकारियों ने और ना ही सत्ता में बैठे जनप्रतिनिधियों ने इस मार्ग की तरफ ध्यान देने की जहमत नहीं उठायी।
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