सीरिया में मानवीय मूल्यों को ताक पर रखा जा रहा हैं जो शर्मनाक है -नुरुल होदा आजमगढ़: सीरिया देश में हो रहे हिंसक घटनाओं को लेकर राष्ट्रीय ओलमा कौंसिल के यूथ विंग के प्रदेश अध्यक्ष नुरूलहुदा की अगुवाई में शनिवार की देर शाम शहर में कैंडल मार्च निकाला गया। कैंडिल मार्च जामा मस्जिद से निकल कर शहर के सब्जी मंडी, चौक, तकिया, बाज बहादुर, जामेतुर्रशाद, हर्रा की चुंगी, पहाड़पुर पहुंचा। इसके बाद एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सीओ सिटी को सौंपा। ज्ञापन में प्रदेश अध्यक्ष नुरूलहुदा ने कहा कि सीरिया में बशरूल असद की सरकार जब से आयी है तभी से मानवीय मूल्यों पर ताक पर रखा जा रहा हैं जो शर्मनाक हैं। गृहयुद्ध के नाम पर लगभग 4 लाख 85 हजार लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया है इसके बावजूद संयुक्त राष्ट्र ने अभी तक कोई कार्यवाही नहीं किया। प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि 2011 से ही लोकतांत्रिक व्यवस्था की मांग को लेकर सीरिया में जन आंदोलन हो रहा है जिसमे फौज के भी कुछ लोग आंदोलनकारियों के साथ खड़े है। वहीं विश्वशांति की बात करने वाले रूस, इजराइल, इरान आदि देश वर्तमान सरकार की मदद कर रहे है, संयुक्त राष्ट्र का इस पर चुप रहना मुस्लिम विरोधी चेहरे को उजागर करता है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। आये दिन मासूमो, बुजुर्गो, महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है ऐसे हमारी मांग है कि भारत सरकार पहल करें और ताकि सीरिया में अमन, चैन कायम हो सके। कैंडिल मार्च के माध्यम से हम मांग करते है कि सीरिया मामले को सरकार उठाये ताकि पूरे विश्व की शांति के लिए दुआ करते है। ज्ञापन सौंपने वालों में शाहजेब, शाबिर खान, उबैद अंसारी, बेलाल, मो नाजीर, मो अनस, सरफराज, खान, शहबाज, दानिश, हमजां, फहीम मुजाहिद, अब्दुर्रहमान, फुकीन आजमी, मो आजम आजमी सहित आदि मौजूद रहे।
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