आजमगढ़:: पूर्वांचल मुक्ति मोर्चा के बैनर तले रोडवेज के समीप बेतरतीब ढ़ंग से बसों को खड़ी करने व अवैध वसूली आदि समस्याओं के निस्तारण के लिए बवाली मोड़ पर रोडवेज प्रशासन का पुतला फूंक कर रविवार को जमकर नारेबाजी किया गया। पूर्वांचल मुक्ति मोर्चा के जिला सचिव कैफी आजमी ने कहाकि निगम के उच्चाधिकारियों की शह पर चालक व परिचालक अपनी बसों को सड़क पर बेतरतीब ढ़ंग से खड़ी करते है। जिससे राहगीरों, एम्बुलेंस सेवा व स्थानीय दुकानदारों को काफी जलालत झेलनी पड़ती हैं। निगम के चालक एवं परिचालक रोडवेज परिसर में बसों को न खड़ी करके मनमाने ढंग से सड़कों पर सवारियां भरते है। अगर कोई दुकानदार या राहगीर उनसे कुछ कहता है तो वह मारने-पीटने पर आमादा हो जाते है। रोडवेज के कर्मचारियों में गुटबंदी के कारण अनावश्यक रूप से प्रतिदिन आम आदमी को धौंस दिखाया जाता है, जिसके चलते आये दिन कोई न कोई अप्रिय घटना होती रहती है। शासन-प्रशासन का सख्त निर्देश है कि कोई भी प्राइवेट गाड़ियां रोडवेज के आस-पास न खड़ी हो लेकिन नियमों को ताक पर रखकर अधिकारियों, चालकों व परिचालकों के शह पर प्राईवेट गाड़ियां रोडवेज तक पहुंचकर संवारियों को उठाते है जिससे निगम को धन ही क्षति पहुंचायी जा रही है वहीं प्राइवेट वाहन से निगम के कर्मियों द्वारा धनउगाही की जाती है। इन सभी मामलों से कई बार निगम के अधिकारियों और जिला प्रशासन को अवगत कराया गया था इसके बाद भी बसों का संचालन रोडवेज परिसर से नहीं किया जा रहा है। जिसको लेकर अपर जिलाधिकारी प्रशासन ने 8 फरवरी 2018 के अपने आदेश में क्षेत्रीय प्रबंधक, आजमगढ़ को निर्देशित किया कि सभी रोडवेज की बसों को रोडवेज परिसर में खड़ी किया जाय और वहीं से संचालन हो। रोडवेज कर्मियों की गुटबाजी व हटधर्मिता के कारण एडीएम प्रशासन के आदेश को भी ताक पर रखते हुए आज भी रोडवेज के आस-पास वाहनों को बेतरतीब ढंग से खड़ा किया जा रहा है। संगठन के जिला मंत्री राजेश यादव ने कहाकि चालक व परिचालक रोडवेज पर बस खड़ी करके जबरन प्रेशर हार्न का प्रयोग करते है और स्थानीय लोग जब इस पर आपत्ति जताते है तो रोडवेज कर्मी गोलबंद होकर मारपीट पर उतारू हो जाते है. हालत यह है कि रोडवेज चौकी पुलिस भी मूकदर्शक बनी रहती है । दो दिन पूर्व की घटना में एक पक्षीय कार्यवाही किया जाना गलत है जबकि रोडवेज कर्मियों द्वारा एनएच सहित कई मुख्य मार्गो को लगभग 4 चार घंटे तक जाम कर पुलिस व्यवस्था को खुले रूप से चुनौती देने का काम किया गया लेकिन इनके विरूद्ध कोई कार्यवाही न किया जाना अन्याय है। संगठन मांग करता है कि एनएच को जाम करने वाले कर्मचारियों पर मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की जाय और समाजसेवी पर किये गये फर्जी मुकदमें को वापस लिया जाय। 48 घंटे के बाद अगर कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हम लोग आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी। पुतला फूंकने वालों में सौरभ यादव, मनीष यादव, पियूष, आलोक, धनमान, विरेन्द्र, हरेन्द्र, महेश, पप्पू आदि मौजूद रहे।
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