आज़मगढ़:: जीयनपुर कोतवाली क्षेत्र के लाटघाट बाजार में निजी क्लीनिक चला रहे कथित डॉक्टर द्वारा अपने ही भाई पर जेल से रंगदारी मांगने के आरोप पर जांच कर रही पुलिस को सनसनीखेज जानकारी मिली। जिस पर पूछताछ करने के उपरांत जीयनपुर पुलिस द्वारा अपराधिक इतिहास वाले डॉक्टर को जेल भेज दिया गया। मिली जानकारी के अनुसार डॉक्टर सुनील यादव पुत्र श्री राम यादव निवासी चेरईडीह थाना मोहम्मदाबाद गोहाना जिला मऊ विगत कई वर्षों से लाटघाट बाजार के अमिला रोड पर निजी क्लीनिक खोल कर इलाज करता रहा। उसने कुछ दिन पूर्व जेल में बंद अपने भाई के ऊपर 50 हजार रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था । इस पर विवेचक लाटघाट चौकी इंचार्ज राजेंद्र मिश्र द्वारा जब विवेचना की गयी तो पता चला कि डॉक्टर सुनील यादव को पूर्व में गाजीपुर के दुल्लहपुर बाजार में निजी प्रैक्टिस के दौरान कंगलू चौहान प्रधान तडंवा टट्वा की 2002 में हत्या पर आजीवन कारावास की सजा हुई थी जिसमें हाईकोर्ट से जमानत पर बाहर रह रहा था। बीच में पारिवारिक जमीनी विवाद को लेकर माता बिसाती देवी की 23 दिसंबर 2016 में हत्या हो गई जिसमें डॉक्टर सुनील यादव द्वारा अपने छोटे भाई अजय यादव की पत्नी सोनी यादव द्वारा अपने छोटे भाई अजीत यादव को जेल भिजवा दिया गया किंतु बाद में अजय द्वारा अजीत को निर्दोष हेतु शपथ पत्र देने पर सुनील द्वारा अजय व अजीत के विरुद्ध कूट रचित पत्र द्वारा जेल से 50 हजार की धमकी मांगने का आरोप लगाया गया। पारिवारिक जमीनी विवाद में पिता के द्वारा वसीयत में अपने चार पुत्रों में से बड़े पुत्र सुनील को लिखी गई सुनील द्वारा अपने परिवार में ही व्यूह रचना की गई। इसकी जांच कर रहे राजेंद्र मिश्रा द्वारा सच्चाई सामने आने पर जीयनपुर कोतवाल मनीष प्रताप चौहान ने डॉक्टर सुनील यादव को उपयुक्त धारा में जेल भेज दिया। डॉक्टर सुनील के ऊपर पूर्व में धारा 147, 148, 149, 114, 120 बी, 352, 504, 506, 427 व गैंगस्टर एक्ट के साथ 3/25 एक्ट के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है ।
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