.

.

.

.
.

रोडवेज क्षेत्र में आम लोगों की परेशानियों पर भूख हड़ताल पर बैठे निषाद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशुन

आजमगढ़:: रोडवेज तिराहे से तत्काल बसों को हटाने, जाम व प्रेशर हार्न से आमजन व मुहल्लेवासियों को राहत दिलाने के लिए हिन्द सेवा दल निषाद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशुन निषाद रोडवेज तिराहे के समीप तम्बू खड़ा कर लामबंद है। बुधवार को धरने को आमरण अनशन में तब्दील करते हुए श्री निषाद भूख हड़ताल पर बैठ गये। रोडवेज प्रशासन की संवेदनहीनता का आलम है कि रोडवेज तिराहे पर रोडवेज के चालकों व परिचालकों द्वारा जहां बसों को बेतरतीब खड़ी कर जबरन जाम लगाया जाता है वहीं प्रेशर हार्न ने स्थानीय लोगों का जीना मुहाल कर दिया गया है। इसी को लेकर समस्त सामाजिक संगठन लामबंद है। एक के बाद एक सामाजिक संगठन द्वारा निषाद सेना को अपना समर्थन दिया जा रहा है जिससे मामला बेहद तूल पकड़ता जा रहा है वहीं जिला प्रशासन कोरे आश्वासनों के जरिये खुद को समेटे हुए है। जिससे आमजन में बेहद नाराजगी व्याप्त है।
आमरण अनशन को संबोधित करते हुए हिन्द सेवा दल निषाद सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामकिशुन निषाद ने कहा कि यह संघर्ष नैतिकता के खिलाफ हुए मनबढ़ रोडवेज चालक व परिचालक और उन्हें प्रश्रय देने वाले अधिकारियों व कर्मियों के खिलाफ है। अभी तो हमने पुतला फूंककर कुंभकर्णीय निंद्रा में डूबे विभाग को जगाने का प्रयास किया है, 29 मार्च को परिवहन विभाग के क्षेत्रीय प्रबंधक की प्रतिकात्मक शवयात्रा निकालकर कर्मकांड किया जायेगा। श्री निषाद ने कहा कि देखना है कि क्षेत्रीय प्रबंधक किस हद तक पूरे विभाग को शर्मसार करना पंसद करते है। जब तक दुव्र्यवस्थाओं से आमजन को निजात नहीं मिल जाता तब तक मैं भूख हड़ताल पर रहूंगा अब देखना है कि रोडवेज का अंहकार कब टूटता है।
अतरौलिया विस प्रभारी छवि राज निषाद ने कहा कि अभी धरने के महज दो दिन बीते है, हमें आमजन व स्थानीय लोगों को तीन साल की परेशानियों से निजात दिलाना है यह लड़ाई तब तक जारी रहेगी जब तब रोडवेज तिराहे की सूरत न बदल जाये। रोडवेज प्रशासन की हठवादिता से सभी परिचित है। निरकुंश क्षेत्रीय प्रबंधक द्वारा जब अपर जिलाधिकारी प्रशासन के आदेश की अवेहलना कर जिला प्रशासन को खुली चुनौती दिया जा रहा है तो उनके चालक व परिचालक आमजन व जाम में फंसे लोगों से कैसे पेश आते है इसका अंदाजा भी लगाया जा सकता है। रोडवेज के दबाव में सामाजिक कार्यकर्ता व उनके भाई पर मुकदमा दर्ज करना और पीड़ित पक्ष का मुकदमा दर्ज न करके जिला प्रशासन भी खुद को कठघरे में खड़ा कर रहा है।
जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश यादव व जिला सचिव लालजीत यादव ने कहा कि धरने व आमरण अनशन को लगातार सामाजिक संगठनों का समर्थन मिल रहा है। जिला प्रशासन हमारी पांच सूत्री मांगों को अगर पूरा नहीं करता है तो हम आगे की रणनीति तैयार कर आमरण अनशन से पूरे नगरवासियों को जोड़कर जगह-जगह धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे ताकि रोडवेज के चालकों व परिचालकों को मनमानी रूके और सामाजिक कार्यकर्ता को न्याय मिल सके। जिला प्रशासन कभी भी इन रोडवेज का औचक निरीक्षण करके हमारी जायज मांगों को समझ सकता है। आगे बताया कि यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, शाखा सहदेवगंज, आजमगढ़ में किसानों के एनपीए खातों से बैंक कर्मियों द्वारा नोटबंदी के दौरान किसानों के बगैर हस्ताक्षर के उनके खातों से लेन-देन किया गया है, जिससे किसानों को कर्जमाफी से वंचित होना पड़ा है। इसकी जांच करायी जाय और दोषी बैंककर्मियों के खिलाफ कार्यवाही की जाये और किसानों को कर्ज माफी का लाभ दिया जाये आदि समेत हमारी समस्त मांगों को शीध्र पूरा किया जाये।
इस अवसर पर छविराज निषाद, राकेश गौतम, प्रेम निषाद, लालसा निषाद, हरेन्द्र यादव, राजनाथ यादव, हौसला निषाद, कैलाश यादव, जामवंत यादव, राजीब गौतम, हरिराम, बृजेश, अखिलेश राजभर, रामपत्त निषाद, महेन्द्र यादव, जितेन्द्र, परमानंद गौतम, दयानंद, कमलेश निषाद, चुल्लर, मनोज भारती, हृदय, विशाल भारती, गुट्टूर, कुन्दन यादव, प्रमोद प्रजापति, सोनू निषाद, अमरनाथ यादव, राकेश यादव, धर्मेन्द्र निषाद, मोती चन्द्र निषाद, मो अनीस, द्वारिका निषाद, जितेन्द्र निषाद, इन्दल निषाद, महेन्द्र निषाद, शिव प्रसाद निषाद, जगदीश निषाद, सुल्लुर, निषाद, खुद्दुर निषाद, मोहम्मद अबु बेग, मु अबु सालिम, मु अनीस, मु इमरान, रामनाथ निषाद, राजपति यादव, ओमप्रकाश यादव, राजनाथ यादव, विजय बहादुर यादव, रोहित यादव, योगेन्द्र निषाद, सतिराम यादव, कमलेश, अजीत, अशोक, बबलू निषाद, दयालु, रामकेश, निरही भारती, मनकू निषाद, दीपचन्द्र, कुंवर, हृदयनरायन, अशोक, वंशीलाल, रामचेत, इन्दल निषाद, रामअवध,रामचेत, रमेश, हिमांशु, निषाद, कन्हैया निषाद, दिव्यांशु निषाद, परमानन्द, सीताराम निषाद आदि सहित स्थानीय लोग भी शामिल रहे। 

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment