आजमगढ़ 22 मार्च 2018 -- जिलाधिकारी शिवाकान्त द्विवेदी द्वारा कृषि विज्ञान केन्द्र, कोटवा, आजमगढ़ के प्रांगण में राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (30 नान एन.एच.एम) अन्तर्गत कृषक गोष्ठी एवं प्रदर्शिनी का उद्घाटन किया गया। जिसमें औद्यानिकी फसलों से सम्बन्धित यथा पुष्प, फल, शाक-भाजी, मसाला, पालीहाउस में संरक्षित खेती की नवीनतम तकनीकी पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम मुख्य अतिथि जिलाधिकारी, महोदय के गरिमामयी उपस्थ्तिि में सम्पन्न हुआ। इस कार्यक्रम में जनपद के समस्त विकास खण्डों से प्रगतिशील कृषक व कृषक महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
जिलाधिकारी ने अपने उद्बोधन में जिले के प्रगतिशील किसानों का आवाहन किया गया कि वो समन्वित कृषि प्रणाली, जैविक खेती, प्राकृतिक खेती एवं जीरो बजट पर खेती करने का आवाहन किया। भविष्य में हो रही वर्षा में कमी को देखते हुये कृषक भाइयों को सिंचाई के पद्धति के अन्तर्गत ड्रिप/स्प्रिंकलर से सिंचाई करने हेतु सुझाव दिये। देश में दूसरी हरित लाने हेतु कृषि यन्त्रीकरण के साथ-साथ औद्यानिकी फसलों को अपनाने पर जोर दिये।
कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डा. एस.के. यादव ने केन्द्र के वैज्ञानिकों द्वारा नवीनतम तकनीकियों का जनपद में प्रचार- प्रसार पर जोर दिया। डा. रूद्र पी. सिंह ने सरकार द्वारा संचालित कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुये कीटनाशियों एवं खरपतवारनाशियों के बढ़ते दुष्प्रभाव के विषय पर चर्चा की। डा. रणधीर. नायक ने मृदा परीक्षण कराके जैविक खेती करने पर जोर दिया। डा. एल. सी. वर्मा नें गाय की देशी पशुओं के पालन के साथ ए-1 और ए-2 दूध के महत्वा पर प्रकाश डाला।
नेशनल पोस्ट ग्रेजुएट कालेज बड़हलगंज के विभागाध्यक्ष डा. सन्त राम वर्मा नेें आम की फसल में टिकोरा के प्रबन्धन एवं बाग स्थापना पर चर्चा की। डा. प्रभात चतुर्बेदी एवं डा. डी. के. सिंह ने फसल उत्पादन एवं मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर खेती करने पर जोर दिया। डा. चिन्तामणि त्रिपाठी ने प्राकृतिक खेती एवं जीरो बजट पर खेती करने की सलाह दी। इस कार्यक्रम में श्री आननद राय, ग्राम- बनकट द्वारा पालीहाउस में उत्पादित रंगीन शिमला मिर्च एवं खीरा का प्रदर्श लाया गया। कृषि प्रदर्शनी में कृषि विभाग, कृषि विज्ञान केन्द्र, पराग डेयरी मूसेपुर, मृदा परीक्षण, पशुपालन विभाग, गन्ना विभाग, मौन पालन, फल प्रसंस्करण द्वारा स्टाल लगाया गया। राम समुझ मौर्य ब्लाक- अजमतगढ़ की लाल पत्ता गोभी एवं ब्रोकली, पंकज कुमार श्रीवास्तव की कलिकायन विधि से उत्पादित गन्ना पौध, प्रसंस्कृत हल्दी, एवं वर्मी कम्पोस्ट, एवं था। प्रगतिशील महिला कृषक चम्पा देवी द्वारा फ्रेन्च बीन का प्रदर्शन आकर्षण का केन्द्र था।
जिला उद्यान अधिकारी द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गयी तथा टीशूू कल्चर केला, पुष्प एवं औषधीय खेती हेतु किसानों को प्रेरित किया गया। कार्यक्रम का संचालन श्री कमला सिंह तरकश ने किया। अन्त में धन्यवाद ज्ञापन जिला उद्यान अधिकारी बी. के. वर्मा द्वारा किया गया।
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