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विद्युत् विभाग नहीं कर रहा समाधान,मुख्यमंत्री तक पंहुचेगा निजी अस्पताल प्रबंधन

लाखों का बिल जमा करने वाले बड़े उपभोक्ता का यह हाल,तो फिर आप आदमी का क्या होगा ! 

आजमगढ़ : जहां एक तरफ प्रदेश की सरकार लोगों को स्थानीय स्तर पर ही उनकी समस्याओं के समाधान में लगी हुई है वहीं दूसरी तरफ बिजली विभाग का एक ऐसा प्रकरण सामने आया है जहां एक बड़े उपभोक्ता के बार बार प्रार्थना पत्र देने के बाद भी विभाग के कान पर जूं नहीं रेंग रही है मामला आजमगढ़ जिले के लाइफ लाइन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर का हैं। लाइफ लाइन हॉस्पिटल के प्रबंधक निदेशक डॉक्टर पीयूष कुमार सिंह के अनुसार लाइफ लाइन हॉस्पिटल पिछले 2009 से विद्युत विभाग का उपभोक्ता हैं और लगातार सही समय पर बिल देते रहे हैं। लेकिन डेढ़ वर्ष पूर्व अस्पताल प्रशासन द्वारा अपने कनेक्शन को एलटी लाइन से एचटी लाइन में परिवर्तित कराने के बाद भी एचटी लाइन का मीटर नहीं लगाया गया था।  पिछले 1 सालों से एलटी लाइन के ही मीटर पर बिलिंग की गई और विद्युत विभाग द्वारा मनमाना तरीके से अस्पताल को बिल भेजा जा रहा था , यही नहीं अनावश्यक रुप से उस बिल पर उनसे विलंब शुल्क भी लिया गया।  जबकि यह देरी और बिल की अनियमितताएं पूर्ण रूप से बिजली विभाग की जिम्मेदारी थी. पिछले 1 साल में चार बार लिखित और कई बार फोन से संपर्क करने के बाद वह खुद कई बार अधिकारियों तक उपस्थित हो कर मामले के निस्तारण के लिए  विभाग के कार्यालयों के चक्कर लगाते रहे। लेकिन इसके बाद भी उनकी कहीं सुनवाई नहीं हुई।  इतना ही नहीं एसडीओ द्वारा बिजली विभाग ओर से कनेक्शन काटने की धमकी भी दी जा रहीथी।  अंत में हॉस्पिटल प्रशासन द्दारा बिल का भुगतान कर दिया गया। पर अपनी शिकायत को ले कर वह उपभोगता फोरम में चले गये हैं।
वर्तमान में अस्पताल के सामने विभाग द्वारा एक नयी समस्या कड़ी कर दी गयी है। हॉस्पिटल प्रशासन द्वारा कल एक ट्वीट किया गया,लाइफ लाइन हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर पूर्वी उत्तर प्रदेश में इमरजेंसी,,ट्रामा, न्यूरो के साथ ही गहन चिकित्सा सेवाओं को देने वाले  रेफरल सेंटर के रूप में जाना जाता है और स्वास्थ्य क्षेत्र में विद्युत संचालित मशीनों का प्रयोग किया जाता है।  लेकिन पिछले काफी दिनों से विद्युत व्यवस्था सुचारू तरीके से न चल पाने के कारण अस्पताल को ऑपरेशन और जीवन रक्षक प्रणाली की मशीनें जनरेटर के सहारे ही चलानी पड़ रही है क्योंकि विद्युत आपूर्ति बाधित होने की परिस्थिति में यदि हमारी वैकल्पिक व्यवस्था जनरेटर कभी प्रभावित हो गई तो किसी बड़ी दुर्घटनाकी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है उन्होंने बताया कि पिछले 2 महीने से अस्पताल को मिलने वाली बिजली का वोल्टेज अचानक कभी बहुत ज्यादा हो जाता है स्थिति ऐसी हो जाती हैं कि कभी कभी 10 दिनों तक लगातार हाई वोल्टेज ही बना रहता है। इस पर बिजली विभाग से शिकायत के बाद भी उन लोगों द्वारा मामले का निस्तारण की वजह साफ साफ मना कर दिया जाता है कि यह तो ऐसे ही रहेगा I
डॉ पियूष कहतें हैं की हैरानी की बात है कि जहां एक और भारत सरकार तथा प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार समाप्ति तथा उपभोक्ता हितों के संरक्षण की बात करती है। वहीं पर प्रदेश की विद्युत विभाग के आजमगढ़ खंड-प्रथम के उपभोक्ता का विश्वास उठता जा रहा है। अब अपनी समस्या के निस्तारण के लिए उन्होंने  प्रदेश सरकार के ऊर्जा मंत्री के पास ट्वीट, फैक्स तथा मेल द्वारा अपनी शिकायत दर्ज कराई है। जिले के विभागीय अधिकारी के उदासीन रवैया के चलते उन्होंने इस मामले को मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री और बिजली विभाग के MD को बकायदा फैक्स किया है।  अब प्रश्न तो ये उठता है की  अगर बड़े उपभोग्ताओ का ये हाल है तो आजमगढ़ की आम जनता का क्या हाल होगा ? 

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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