दो दिवसीय उर्स आगामी 17 व 18 फरवरी को होगा उर्स को देखते हुए बाहर से आये व्यापारी दुकाने सजाने में जुटे
मुबारकपुर/आजमगढ़: इस्लामी जगत की केंद्रीय शिक्षण संस्था अलजामेअतुल अशरफिया अरबी यूनिवर्सिटी मुबारकपुर के संस्थापक एवं प्रसिद्ध सूफी संत हाफिज ए मिल्लत मौलाना शाह अब्दुल अजीज मुरादाबादी का 43 वाँ उर्स पाक आगामी 17 व 28 फरवरी शनिवार,रविवार को होना है , उर्स की तैयारी जोरों पर हो रही है। हर साल इस मौके पर देश विदेश से भरी संख्या में लोग आते हैं। भारी संख्या में लोगों के जैसे व दस्तार बन्दी में आने की संभावना देखते हुए पुलिस प्रशासन भी अपनी तरफ से कोई कोताही नहीं बरत रहा है। हर पहलू पर निगाह जमाये हुए हैं। सीओ सदर मोहम्मद अकमल खा व मुबारकपुर थाना प्रभारी अनूप कुमार शुक्ला ने बताया कि उर्स पुलिस के कड़े पहरे साये में सम्पन होगा। व्यवस्था बनाये रखने के लिए पर्याप्त संख्या में फोर्स तैनात रहेगी। वहीँ उर्स को देखते हुए बाहर से आये तरह तरह के दुकानदार अपनी अपनी दुकानें सजाने में लगे हुए हैं साथ ही उर्स कमेटी अपनी तैयारी जोरों पर कर रही है। अलजामेंअतुल अशरफिया के कुलपति हजरत मौलाना अब्दुल हाफिज साहब एवं नाजिम ए आला प्रबन्धक हाजी सरफराज अहमद अंसारी ने बताया कि आगामी 17/18 फरवरी को दो रोजा उर्स एवं जलसा दस्तार बन्दी की तैयारी हो रही है। उन्होंने बताया कि उर्स के पहले दिन मोहल्ला पुरानी बस्ती स्थित हाफिज ए मिल्लत के आवास पर बाद नमाजे फज्र कुरआन खानी से आरम्भ होगी और शहजादा मौलाना अब्दुल हाफिज साहब की कयादत में इनके आवास से दिन के दो बजे भव्य जुलुस निकलेगा जो नगर का गश्त करता हुआ रोडवेज चौराहा होते हुए,जामिया अशरफिया उर्स गाह स्थल दरगाह पहुँच कर दुआ में परिवर्तित हो जायेगा। दूसरे दिन हाफिज ए मिल्लत की मजार पर कुरआन खानी बाद नमाजे फज्र होगी और दो बजे हाफिज ए मिल्लत के पुरानी बस्ती आवास से जुलूसे चादर उठेगा। चार बजे चादर पोशी और गुल पोशी मजार शरीफ पर होगी और रात आठ बजे जलसा दस्तार ए बन्दी और फारिग होने वाले छात्रों को उपाधि से नवाजा जायेगा और रात 11 बजकर 55 मिनट पर कुल शरीफ होगा। ज्ञात होकि दो दिन के उर्स में देश विदेश के लाखों शद्धालुओं,जायरीनों का आगमन होता है , पूरा क्षेत्र मिल्लत मय हो जाता है। इस उर्स की खासियत है कि औरतों के प्रवेश पर पूर्ण रूप से पाबन्दी रहती है और आसपास के क्षेत्रों के लोगों की भारी भीड़ रहती है।
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