आजमगढ़: भगवान शिव व माता पार्वती के विवाह उत्सव का महापर्व महाशिव रात्रि की तैयारियों का सिलसिला जोर-शोर से नगर के सभी शिवालयों में चल रहा है। नगर के पश्चिमी छोर पर स्थित बाबा भवरनाथ मंदिर में रंग-रोगन व धुलाई-पुताई का काम चल रहा है। मंदिर के व्यवस्थापक विपिन सिंह डब्बू ने बताया कि अभी शिवरात्रि को लेकर लोगों में भ्रम की स्थिति है। कही 13 तो कही 14 फरवरी को मनाया जाएगा। लेकिन बाबा भवरनाथ मंदिर में शिवरात्रि 14 फरवरी को ही मनायी जाएगी। जिसके लिए मंदिर को दुल्हन की तरह सजाने का कार्य तेजी से चल रहा है। बताया गया मंदिर के रंग-रोगन का कार्य रविवार तक पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर प्रांगण को विद्युत झालरों व फूल-माला से सजाने का काम भी शुरू हो चुका है। जो 12 फरवरी तक हो जाएगा। 14 फरवरी को भोर में मंगल आरती के बाद जलाभिषेक व दर्शनों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिये जाएंगे। इसके अलावा मंदिर में सुबह 8 बजे से भक्ति गीतों का कार्यक्रम राजेश रंजन व उनके साथी कलाकारों द्वारा पेश किया जाएगा, जो देर रात्रि तक चलेगा। इस अवसर पर झांकी के कलाकारों द्वारा भगवान शिव-पार्वती की सुन्दर झांकिया प्रस्तुत की जाएगी। सायं 7 बजे श्रृंगार मंडली द्वारा बाबा भवरनाथ मंदिर का भब्य श्रृंगार किया जाएगा। शयन आरती व प्रसाद वितरण के उपरान्त मंदिर के कपाट बंद होंगं। श्रृंगार कार्यक्रम के बीच में भगवान को जलाभिषेक पूर्ण रूप से बंद रहेगा। इसलिए सभी भक्त शाम 7 बजे के पहले जलाभिषेक कर ले। उधर, गौरीशंकर घाट के महंत रामशंकर गिरी राम बाबा ने बताया कि शिवबारात की तैयारी भी अंतिम चरणों में है, शिव जी की बारात दो बजे यही गौरीशंकर देव महादेव मंदिर से चलकर नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए भंवरनाथ मंदिर पहुंचेगी। जहां भगवान का विवाह सम्पन्न होगा। इसके लिए मंदिर में व्यवस्थापक द्वारा एक सुंदर मंडप भी तैयार किया जा रहा है। बारात उस दिन आकर्षक का केंद्र रहेगी। अठवरिया मैदान स्थित शिवमंदिर पर भी शिवरात्रि का कार्यक्रम 14 फरवरी को ही सम्पन्न होगा। इसकी जानकारी राधामोहन ने दी। उन्होंने आगे बताया कि यहां पर शाम को भव्य भंडारे का आयोजन किया गया है।
Blogger Comment
Facebook Comment