आजमगढ़ 10 फरवरी 2018 -- जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने जिला अस्पताल में राष्ट्रीय फाइलेरिया एम0डी0ए0 (सामूहिक दवा वितरण) कार्यक्रम 2017-18 के अन्तर्गत फाइलेरिया कार्यक्रम पर 5 लोगों को दवा खिलाकर उदघाटन किया। उन्होने बताया कि यह फाइलेरिया कार्यक्रम 10 फरवरी से 12 फरवरी तक चलेगा। तथा जनपद में 43,11000 लोगों को फाइलेरिया की दवा खिलाने का लक्ष्य है। उक्त लक्ष्य को पूरा करने के लिए 1816 टीमें डोर-टू-डोर फाइलेरिया की दवा पिलाने के लिए लगाया गया है। उक्त टीमों में कर्मियों की संख्या 5449 है तथा लक्ष्य को पूरा करने के लिए 384 पर्यवेक्षक तथा 88 चिकित्साधिकारी लगाये गये हैं। फाइलेरिया की दवा को पिलाने के लिए आशा/आंगनवाड़ी कार्यकत्री तथा एएनएम आदि सम्बन्धित कर्मचारियों की डयूटी लगायी गयी है। फाइलेरिया की रोकथाम के लिए वर्ष में एक बार डीईसी तथा एलबेन्डाजोल की एक खुराक प्रत्येक व्यक्ति को दी जाती है। उन्होने बताया कि 2 वर्ष से कम आयु के बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं एवं गम्भीर रोग से ग्रसित व्यक्ति को दवा की खुराक न खिलाए, दवा खाली पेट न खाये। तथा दो वर्ष के उपर के सभी व्यक्ति को फाइलेरिया की दवा खिलाया जा सकता है। उन्होने बताया कि फाइलेरिया क्यूलेक्स मच्छरों तथा फाइलेरिया बोनक्राफ्टी कृमि से पैदा होने वाली बीमारी है। इस रोग में रोगी के पैरों में सूजन होकर पैर हाथी के पैर के सामान मोटे हो जाते हैं। यह परजीवी धागे की तरह होता है। मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 एसके तिवारी ने पल्हनी तथा रानी की सराय के क्षेत्रों का दौरा किया। तथा चल रहे कार्यक्रम की मानिटरिंग की। उन्होने टीम को दवा खिलाने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इसी क्रम में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 संजय ने तहबरपुर, सठियांव तथा जहानागंज ब्लाक के विभिन्न क्षेत्रों का दौरा किया गया। इस अवसर पर एसआईसी डा0 जीएल केशरवानी सहित अन्य सम्बन्धित उपस्थित रहे।
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