आजमगढ़ 25 फरवरी 2018 -- जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह ने बाबू सिंह सचिव, आजमगढ़ विकास प्राधिकरण आजमगढ़ को निर्देशित करते हुए कहा कि आजमगढ़ विकास प्राधिकरण के अन्तर्गत बिना मानचित्र स्वीकृति के अवैध निर्माण होने की लगातार शिकायतें प्राप्त हो रहीं हैं, किन्तु न तो अवैध निर्माण पर आपके स्तर से कोई अंकुश लगाया जा रहा है और न ही विशेष कार्य योजना के तहत लम्बित भवन मानचित्रों की स्वीकृति के संबंध में कोई समयबद्ध ठोस कार्यवाही की जा रही है ।
जिलाधिकारी द्वारा लिखित व मौखिक रूप से बार-बार स्पष्ट निर्देश दिये जा चुके हैं कि प्राधिकरण में भवन मानचित्र स्वीकृति हेतु लम्बित आवेदन पत्रों का निस्तारण प्राथमिकता के आधार कराया जाये, क्योंकि ससमय मानचित्र स्वीकृत न होने पर अवैध निर्माण की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होने कहा कि अतः स्वंय तथा प्राधिकरण में तैनात सहायक अभियन्ता, अवर अभियन्ताओं सहित कर्मचारियों की 2-3 टीमें बनाकर, अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध निर्माण के साथ-साथ भवन मानचित्र आवेदन पत्रों का स्थलीय निरीक्षण कर तत्संबंध में तत्कालिक तौर पर अपेक्षित कार्यवाही कराना सुनिश्चित करें। इस दिशा में अबतक आपके स्तर न तो कोई ठोस कार्यवाही की जा रही है, और न ही अवैध निर्माण पर नियंत्रण हेतु कोई ठोस कार्ययोजना बनाई गई है । जिलाधिकारी द्वारा कराये गए निरीक्षण के दौरान भी काफी संख्या में निर्माण बिना मानचित्र स्वीकृति के पाये गये, जिसकी सूची तैयार है। इससे प्रथम दृष्टया स्पष्ट है कि प्राधिकरण क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण के प्रति संवेदनशील नहीं हैं ।
यह भी उल्लेखनीय है कि निर्देशों के बाद भी बिना स्वीकृति अवकाश के प्रायः मुख्यालय से बाहर चले जाने के कारण अधीनस्थ कर्मचारियों पर आपका नियंत्रण प्रभावी नहीं रहता है, फलस्वरूप प्राधिकरण में लम्बित शिकायतों /भवन मानचित्र आवेदन पत्रों तथा जारी कई गई नोटिसों का त्वरित निस्तारण नहीं हो पाता है। आपको कारण बताओ नोटिस जारी किया गया तथा लम्बित प्रकरणों का त्वरित निस्तारण न करने के लिए आपसे स्पष्टीकरण भी मांगा जा चुका है, इसके बावजूद आपकी कार्यप्रणाली में अपेक्षित सुधार परिलक्षित नहीं हो रहा है ।
जिलाधिकारी चन्द्र भूषण सिंह द्वारा बाबू सिंह सचिव, आजमगढ़ विकास प्राधिकरण आजमगढ़ को अन्तिम रूप से भविष्य के लिए सचेत करते हुए निम्न निर्देश दिये जिसमें साप्ताहिक तौर पर सम्पादित कार्यों की समीक्षा प्रत्येक शनिवार को सायं 5-30 बजे कैम्प कार्यालय पर की जायेगी, जिसमें आपके साथ-साथ समस्त अभियन्तागण व कर्मचारी उपस्थित रहेंगे, आप तथा सहायक अभियन्ता की अध्यक्षता में दो अलग-अलग टीमों का गठन किया जायेगा, जिसमें प्राधिकरण कर्मचारी के अतिरिक्त एक-एक होमगार्ड स्वयंसेवक भी रहेंगे । यह टीम दैनिक तौर पर निर्धारित क्षेत्रों का भ्रमण करते हुए मानचित्र आवेदन पत्रों का स्थलीय निरीक्षण के साथ-साथ हो रहे अवैध निर्माण का भी निरीक्षण कर उसका फोटोग्राफ लेकर अपेक्षित कार्यवाही करेंगे तथा कृत कार्यवाही की आख्या प्रत्येक शनिवार को कैम्प कार्यालय पर आयोजित समीक्षा बैठक में प्रस्तुत करेंगे।
जिलाधिकारी ने सचिव, आजमगढ़ विकास प्राधिकरण आजमगढ़ से अपेक्षा की है कि उपरोक्त प्रत्येक बिन्दुओं की गहराई से अध्ययन कर जिलाधिकारी की मंशा से सभी संबंधित को स्पष्ट रूप से अवगत् कराते हुए स्वयं तथा अधीनस्थ कर्मचारियों के माध्यम से दिये गये निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित कराये अन्यथा यह मानते हुये कि आपका शासकीय कार्यो में कोई रूचि नही है तदनुसार कर्तव्यों के प्रति उदासीनता के आरोप में आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की संस्तुति प्रेषित कर दी जायेगी।
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