तहबरपुर:आजमगढ : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू शिवराम राय की 24वीं पुण्यतिथि उनके पैतृक गांव बीबीपुर में रविवार को मनाई गई। इस दौरान आयोजित गोष्ठी में लोगों ने स्व. बाबू शिवराम राय के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि पारिवारिक न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश अनिल सिंह ने कहा कि बाबू शिवराम राय ईमानदारी व सादगी के प्रतीक थे। उन्होंने जाति-पाति व निजी स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज व देश के लिए जीवन पर्यत संघर्ष किया। इनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। सिर्फ उनके विचारों को आत्मसात करने की जरूरत है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रांत बौद्धिक प्रमुख मिथिलेश नारायण ने कहा कि राष्ट्र के नव निर्माण के लिए राम जैसा उत्तम चरित्र, शेवरी व जटायु जैसा समर्पण भाव होना चाहिए। डा. कन्हैया सिंह ने कहा कि बाबू शिवराम राय के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। उनके जीवन व आदर्शों से प्रेरणा लेकर देश व समाज के हित मे ईमानदारी के साथ काम करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी। गोष्ठी को जज संजय राय, आरपी राय, अभिषेक जायसवाल, लालसा राय, विनोद कुमार राय, शैलेष राय ने संबोधित किया। इस मौके पर हरिशंकर सोनकर उर्फ पिंटू ने अपने मार्मिक गीतों के माध्यम से स्व. शिवराम राय को श्रद्धांजलि दी। अध्यक्षता डा. कन्हैया सिंह व संचालन मनोज राय ने किया। इस अवसर पर पंकज कुमार राय, अजय कुमार राय, पुनीत राय, संजय सिंह आदि उपस्थित थे।
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