आज़मगढ़ 3 फरवरी -- मण्डलायुक्त के.रविन्द्र नायक ने समस्त अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सम्बन्धित लेखपाल से मिलकर अपने-अपने निकाय की चल एवं अचल सम्पत्तियों का तत्काल सत्यापन सुनिश्चित करें तथा जहां भी सरकारी भूमि पर किसी का कब्ज़ा पाया जाता है तो उसे कब्ज़ामुक्त कराने की त्वरित कार्यवाही करें। मण्डलायुक्त श्री नायक ने मंगलवार को देर सायं अपने कैम्प कार्यालय पर आयोजित स्थानीय निकायों की प्रगति समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने जनपद मऊ एवं बलिया की निकायों में चल अचल सम्पत्ति की सत्यापन की धीमी प्रगति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित प्रभारी अधिकारी नगरीय निकाय को इस ओर विशेष ध्यान देने तथा इसमें उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों एवं कर्मचारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करते हुए अनुपालन आख्या 15 दिन के अन्दर उपलब्ध का निर्देश दिया। उन्होंने मुबारकपुर नगरपालिका अन्तर्गत विद्यालय की भूमि पर कब्ज़ा कर उसपर निर्माण कार्य करा लिये जाने को गम्भीरता से लेते हुए उप ज़िलाधिकारी सदर एवं अधिशाषी अधिकारी को सख्त निर्देश दिया कि उक्त विद्यालय की भूमि को आवश्यकतानुसार पुलिस बल के साथ तत्काल कब्ज़ा मुक्त करायें। इसी प्रकार नगर पालिका परिषद आज़मगढ़ में कई सविंदा कर्मियों को बिना काम कराये पूर्व में किये गये मानदेय के भुगतान हेतु ज़िम्मेदार कर्मचारी/अधिकारी के विरूद्ध अब तक कोई कार्यवाही न किये जाने पर सख्त नाराज़गी व्यक्त किया तथा निर्देश दिया कि भविष्य में किसी भी नगरीय निकाय में इसकी पुनरावृत्ति नहीं होनी चाहिये। इस सिलसिले में उन्होंने सभी प्रभारी अधिकारी नगरीय निकाय को निर्देश दिया कि सुनिश्चित करें कि जिन कर्मचारियों का भुगतान किया जा रहा है वे नियमित रूप से कार्य कर रहे हैं तथा किसी अन्य को भुगतान नहीं किया जा रहा है। सभी निकायों से इस आशय का प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर उपलब्ध करायें। मण्डलायुक्त श्री नायक ने कहा कि श्रेणी 5 एवं श्रेणी 6 जितनी भी ज़मीने हैं उनका मालिकाना ह़क़ सम्बन्धित नगर पालिका/नगर पंचायत का है, इसलिये इसका तत्काल पर्यवेक्षण कर अपनी-अपनी निकाय हेतु संरक्षित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि यदि ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन के लिए नगर पालिका/नगर पंचायत क्षेत्र में पर्याप्त जमीन उपलब्ध नहीं तो जिला पंचायत राज विभाग के साथ तत्काल बैठक कर निकट के गांव मंे इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें। मण्डलायुक्त के.रविन्द्र नायक ने सफाई कार्य के औचक निरीक्षण में अधिशासी अधिकारियों द्वारा बरती जा रही शिथिलता पर नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिया कि सफाई कार्यों का नियमित रूप से औचक निरीक्षण करें तथा उसकी पाक्षिक रिपोर्ट भी उपलब्ध करायें। उन्होंने आगाह किया कि यदि ऐसा नहीं किया गया तो इसे शासन के निर्देशों की अवहेलना मानते हुए सख्त कार्यवाही की जायेगी। मण्डलायुक्त ने कतिपय निकायों में भू-माफियाओं द्वारा सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण कराकर उसका किराया वसूले जाने को संज्ञान में लेते हुए कहा कि यह गुण्डा टैक्स की श्रेणी में आता है। उन्होंने इस सम्बन्ध में सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि इस प्रकार के मामलों पर गंभीरता दिखायें तथा सम्बन्धित के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करें। मण्डलायुक्त श्री नायक ने कहा कि शासन के निर्देशानुसार राज्य वित्त की 23 प्रतिशत धनराशि नगरीय क्षेत्र की मलिन बस्तियों में खर्च किये जाना है। इस सम्बन्ध में उन्होंने सभी प्रभारी अधिकारी गनरीय निकाय को निर्देश दिया कि शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुरूप उक्त धनराशि मलिन बस्तियों में खर्च की जा रही है अथवा नहीं, इस आशय का प्रमाण पत्र एक पक्ष के अन्दर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने प्रधानमन्त्री आवास योजना की समीक्षा करते हुए पाया कि परियोजना अधिकारी डूडा, आज़मगढ़ द्वारा सूची विलम्ब से उपलब्ध कराये जाने के कारण नगर पालिका परिषद मुबारकपुर एवं आज़मगढ़ से सत्यापित सूची अभी तक शासन को प्रेषित नहीं की जा सकी है। मण्डलायुक्त श्री नायक ने मा.कांशीराम शहरी आवास के अवशेष भवनों का तत्काल आवंटन वास्तविक पात्रों में सुनिश्चित कराने हेतु सभी परियोजना अधिकारी डूडा को निर्देशित किया तथा कहा कि सभी निकायों में जितने रिक्शा चालक हैं उसमें से ग्रामीण क्षेत्रों एवं नगरीय क्षेत्रों के रिक्शा चालकों की तत्काल अलग-अलग सूची बनायें तथा नगरीय क्षेत्र के पात्र रिक्शा चालकों में आवास आवंटन सुनिश्चत करायें। मण्डलायुक्त ने प्रकाश व्यवस्था के सम्बन्ध में सभी ईओ को निर्देश दिया कि रात्रि में चेक करें जो बल्ब खराब हो गये हैं उसे बदलने की कार्यवाही करें तथा जहाॅं जरूरत हो वहाॅं नये एलईडी लाइटें लगाई जायें। इसके साथ ही उन्होंने आगाह किया कि किसी भी दशा में दिन में लाइटें जलती हुई नहीं मिलनी चाहिए। बैठक में नगरीय निकाय से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं पर भी विस्तार से चर्चा की गयी। इस अवसर पर आज़मगढ़ एवं मऊ के अपर जिलाधिकारी क्रमशः लवकुश कुमार त्रिपाठी एवं डीपी पाल, एसडीएम सगड़ी रविरंजन, एसडीएम सदर प्रशान्त कुमार, एसडीएम बूढ़नुपर प्रकाशचन्द, ईओ मुबारकपुर प्रतिभा सिंह, ईओ मऊ आशीष ओझा, ईओ बलिया दिनेश कुमार विश्वकर्मा, ईओ रसड़ा कृष्ण कुमार सोनकर सहित अन्य नगर निकायों के ईओ तथा अन्य सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित थे।
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