आजमगढ़ : स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ का सम्मेलन गुरुवार को मेहता पार्क में हुआ। बतौर मुख्य अतिथि जिलाधिकारी चंद्रभूषण ¨सह ने सफाई कर्मचारियों को उनकी जिम्मेदारी व दायित्वों को बोध कराया। कहा कि कोई किसी भी पद पर कार्यरत क्यों न हो लेकिन जब तक वह अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन पूरी निष्ठा व ईमानदारी से नहीं करेगा तब तक शासन की मंशा फलीभूत नहीं होगी। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के तहत गांवों को खुले में शौच से मुक्त करना केंद्र व प्रदेश सरकारी महत्वाकांक्षी योजना में शामिल है। इसलिए सफाई कर्मचारी अपने-अपने क्षेत्र में बेहतर साफ-सफाई सुनिश्चित करते हुए लोगों को खुले में शौच न जाएं के प्रति जागरूक करें। बताएं कि इससे अनेक बीमारियां होती हैं। उन्होंने सफाई कर्मियों का आह्वान किया कि वे गांवों में जाएं और लोगों को शौचालय बनवाने और अपूर्ण शौचालय को पूर्ण कराने के लिए प्रेरित करें। इस बात के लिए भी प्रेरित करें कि जिनका शौचालय बन गए हैं, उसका वे सदुपयोग करें। जनपद के कोने-कोने से आए सफाई कर्मियों को संबोधित करते हुए संगठन के प्रदेश अध्यक्ष क्रांति सिंह ने कहा कि सफाई कर्मचारी पूरे समाज के लिए गलियों, नालियों सड़कों से गंदगी साफ करता है जिससे वातावरण शुद्ध रहता है। सफाई के बगैर इंसान का सांस लेना मुश्किल हो जाता है। इसलिए सफाई कर्मचारी समाज का सबसे बढि़या इंसान है। महामंत्री रामेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि प्रत्येक सफाई कर्मचारी अपने-अपने राजस्व ग्रामों को खुले में शौच मुक्त कराए जाने में सरकार का सहयोग करें। इस दौरान सभी कर्मचारियों ने स्वच्छता की शपथ ली। उन्होंने पदोन्नत में हो रही देरी को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। साथ ही साथियों से मांगों के निराकरण के लिए एक फरवरी को लखनऊ में होने वाले धरने में पहुंचने का आह्वान किया। इस मौके पर परद अखंड प्रताप सिंह , बसंतलाल गौतम, रामदरश यादव, शांतिशरण सिंह , अमरजीत सिंह आदि थे।
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