आजमगढ़ : हालांकि जनपद का स्वास्थ्य महकमा एहतियातन पूरी तरह से तैयार था और स्वास्थ्य मंत्री द्वारा शनिवार को जिला चिकित्सालय का निरीक्षण कर ही लिया गया । इस दौरान कमियां मिलने पर प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक की जहां क्लास ली वहीं तत्काल व्यवस्था को सुधारने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि हर हाल में मरीजों के साथ ठीक व्यवहार होना चाहिए। किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं है। स्वास्थ्य मंत्री एक बजे के करीब जिला अस्पताल पहुंचे। अभी वह गेट पर पहुंचे ही थे कि हाथ में बुजुर्ग बीमार मां को गोद में लेकर एक युवक जाता हुआ मिल गया। स्वास्थ्य मंत्री ने प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक से पूछताछ की और बोले कि स्ट्रेचर कहां है। इस पर उन्होंने कहा कि मरीज ले गए होंगे। उन्होंने कहा कि हर हाल में एक स्ट्रेचर एडवांस में रहना चाहिए, ताकि मरीजों को कोई दिक्कत न हों। उन्होंने मेन गेट पर तत्काल स्टाफ को तैनात करने का निर्देश दिया। इसके बाद वह सीधे इमरजेंसी में पहुंचे जहाँ कोई स्टाफ ही नहीं था। उन्होंने यहां पर भी स्टाफ तैनात करने को कहा। मंत्री ने मरीजों से हालचाल भी लिया। वहीं अस्पताल में डॉक्टर व दवा की कमी पर कहा कि यह रटा रटाया सवाल है, इस तरह का सवाल वह बीस साल से सुन रहे हैं। दवा की कमी के बात पर कहा कि यहां 168 दवाएं हैं। दवा की कमी नहीं है। इस दौरान एसआइसी, सीएमओ डा. एसके तिवारी के साथ अन्य स्वास्थ्यकर्मी भी उपस्थित थे।
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