आजमगढ़ : कड़ाके की ठंड से मरने का सिलसिला जारी है। बुधवार की रात व गुरुवार की सुबह महिला व होमगार्ड सहित तीन लोगों की मौत हो गई। घटना के बाद दो शव को प्रशासन ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया जबकि महिला के शव का परिजनों ने अंतिम संस्कार कर दिया। चक्रपानपुर प्रतिनिधि के अनुसार जहानागंज थाना क्षेत्र के जलालपुर गावं निवासी गुलाबी देवी (56) पत्नी स्व. राजेंद्र राम बहुत ही गरीब थी। कुछ वर्ष पूर्व इंदिरा आवास के तहत एक कमरा मिला था। वह कमरे के बाहर ही मड़ई में परिवार के साथ रहती थी। बुधवार की रात परिवार के साथ खाना खाकर सो गई। सुबह जब देर तक नहीं जगी तो परिवार के लोग उसे जगाने गए तो देखा कि वह मृत अवस्था में पड़ी मिली। घटना की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया। मृतका के तीन पुत्र बताए गए हैं और परिवार की आजीविका चलाने के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं। ग्रामीणों की मदद से गुरुवार की दोपहर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गुरुवार की देर शाम तक तहसील प्रशासन मृतका के घर नहीं पहुंच सका था। पवई प्रतिनिधि के अनुसार स्थानीय थाना क्षेत्र के खेमीपुर गांव निवासी प्रेमराज शुक्ला (55) पवई थाने में होमगार्ड थे। गुरुवार की सुबह घर से वह बाइक द्वारा ड्यूटी पर जा रहे थे। गांव से सौ मीटर दूर स्थित जैसे ही बागबहादुर गांव के पास पहुंचे ही थे कि अचानक बाइक लेकर गिरे और बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें आनन-फानन में स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर ले जाया गया, जहां चिकित्सक ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक तीन भाइयों में छोटा बताए गए हैं और इनके चार पुत्र व तीन पुत्रियां बताई गई है। इसी क्रम में छत्तीसगढ़ प्रांत के मंसूरी बेलारपुर क्षेत्र के टिकरी गांव निवासी हौसीदास पटेल (75) का पुत्र ठेकमा क्षेत्र के बिजौली गांव स्थित एक ईंट-भट्ठे पर मजदूरी का काम करता था। ठंड में उसकी सहायता के लिए गत चार दिन पूर्व वह घर से आए थे। गुरुवार की सुबह उनकी अचानक ठंड लगने से हालत खराब हो गई। उसका पुत्र व भट्ठा मालिक आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजन व चिकित्सक का कहना है कि ठंड से मौत हुई लगती है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
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