.

पालीथीन के दुष्प्रभाव के प्रति किया जागरूक,कपड़े का बांटा थैला

बूढनपुर/आजमगढ़: पर्यावरण व पशुओं के जान के लिए खतरा बन चुकी पालीथीन प्रयोग पर अंकुश लगानें की जरूरत है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद पर्यावरण को साफ सुथरा रखने के लिए राज्य सरकार ने पाबन्दी के बारे में अधिसूचना जारी की थी। किन्तु अभी तक शासन के द्वारा कोई पहल नहीं की गयी। बूढ़नपुर क्षेत्र के एडवांस कम्प्यूटर संस्था बूढ़नपुर में गोष्ठी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को पालीथीन से होने वाले हानियों के बारे में संस्था के प्रबन्धक गिरिजेश वर्मा ने बताया कि हम सभी जानते हैं कि पालीथीन नष्ट नहीं होती, जिसकी नष्ट होनी की अवधि 200 वर्ष से लेकर 1000 वर्ष तक होती है। पालीथीन बैग का प्रयोग जितनी तेजी से बढ रहा है उतनी ही तेजी से पर्यावरण को खतरा भी बढ़ रहा है। पालीथीन का प्रयोग नासूर सा हो गया है इसके लिए समाज के प्रबुद्ध वर्ग के लोगों को आगे आना होगा। इससे होने वाले प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष नुकसान को बताना होगा। पालीथीन प्रतिबन्ध पर पहल करते हुए उन्होने बूढनपुर, कोयलसा, देउरपुर, अतरैठ बाजार में सब्जी क्रेता व विक्रेता को कपड़े की झोला देकर कहा कि आज से हम सभी यह संकल्प करते हैं कि हम खरीददारी करते समय पालीथीन का प्रयोग नहीं करेंगे। इस मौके पर अमरजीत, संजय, योगेन्द्र, सुमित, रंजीत, प्रदीप, हरिराम, गोविन्द, रविकुमार, अंगद, शुभं , सुधाषंकर, प्रदीप, रामरतन, विकास, सुषील, राहुल, शैलेष, सुजीत सहित अनेक लोग हिस्सा लिये।

Share on Google Plus

रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

आजमगढ़ लाइव-जीवंत खबरों का आइना ... आजमगढ़ , मऊ , बलिया की ताज़ा ख़बरें।
    Blogger Comment
    Facebook Comment