आजमगढ़: एनटीपीसी रायबरेली में उच्चाधिकारियों की लापरवाही से 29 से ज्यादा जिदंगियां काल के गाल में समा गयी, अभी भी 90 से अधिक गंभीररूप से जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रहे है। पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हेतु शुक्रवार को सामाजिक संस्था प्रयास ने मेहता पार्क में शोकसभा का आयोजन कर ईश्वर से प्रार्थना किया। प्रयास के अध्यक्ष रणजीत सिंह ने बताया की एनटीपीसी रायबरेली छठीं इकाई के बॉयलरं में विस्फोट होने से लगभग 200 से अधिकारी व कर्मचारी चपेट में आ गये जिसमे 30 ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि 100 से अधिक लोग गंभीररूप से घायल है। हृदय विदारक इस घटना में मृतात्मा की शांति के लिए शोकसभा आयोजित किया गया। इस दौरान घायलों के शीध्र स्वास्थ्य कामना के लिए ईश्वर से प्रार्थना किया। उन्होंने यह भी कहा कि जांच के बाद ही सामने आयेगा की दोषी कौन है लेकिन भ्रष्टाचार से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इस हादसे से लगभग 200 परिवार कठिन दौर का सामना कर रहे है। सचिव इंजी सुनील यादव ने कहा कि उच्चाधिकारियों ने अगर मामले को गंभीरता से लिया होता तो यह दर्दनाक हादसा नहीं होता। सरकार मामले की उच्चस्तरीय जांच कराये और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दें कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। शोकसभा में हरिकेश यादव महाप्रधान, योगेंद्र कुमार यादव, हरेंद्र प्रताप, जमुना प्रताप, विमला यादव, विशाल शर्मा, संतोष, यादव, आरती मौर्य, अवनीश सिंह, अंशू दीप श्रीवास्तव, अभिषेक पांडेय, अनुराग आजाद, ऋतिक चौधरी, रवी चौधरी, सतीश कुमार यादव सहित आदि मौजूद रहे।
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