आजमगढ़ : नगर निकाय चुनाव की अधिसूचना जारी होने से सरगर्मी बढ़ गई है। आजमगढ़ नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद पर भाजपा, सपा व बसपा की तरफ से दस-दस से अधिक दावेदार लाइन में लगे हुए हैं। अभी तक किसी का टिकट फाइनल नहीं हुआ है। ऐसे में सारे दावेदार अपना-अपना राग अलाप रहे हैं। कुछ प्रत्याशी सोच कर बैठे हैं कि पार्टी से टिकट नहीं मिला तो वह निर्दल चुनाव लड़ेंगे। संभावित प्रत्याशियों की संख्या 50 के पार हो गई है। बात करें भाजपा की तो टिकट के दावेदारों की संख्या सबसे ज्यादा इसी दल में है। लगभग एक दर्जन दावेदार तो लोगों से मिलते जुलते और पोस्टर बैनर पर नजर आ रहे है , वहीँ पार्टी के पुराने कार्यकर्ता भी आवेदन भेज कर पार्टी की तरफ टकटकी लगाए बैठे हैं। वैसे इस मांमले में लगता है पार्टी भी फूंक फूंक कर कदम रखने के मूड में है। आजमगढ़ नगर पालिका परिषद चुनाव में भाजपा देर से ही सही परन्तु सटीक दांव लगाने के मूड में दिखाई दे रही है। वह सभी समीकरणों का गहराई से अध्ययन कर रही है। संगठन के एक सूत्र ने संकेत दिया है कि आजमगढ़ अनारक्षित सीट होने के नाते बड़ी संख्या में लोग उम्मीदवारी की लाईन में खड़े भले हैं , किंतु पार्टी अपना फैसला बहुत ही नाप तौल कर सुनाएगी। यही वजह है कि आजमगढ़ संगठन में काम करने वाले कई ऐसे चेहरे हैं जो लंबे समय से पार्टी में एक मजबूत ,और ईमानदार कार्यकर्ता की तरह कार्य कर रहे हैं और वह भी उत्साहित हो पार्टी नेतृत्व के फैसले का इन्जार करते नजर आ रहे हैं। हालांकि पार्टी सूत्रों की माने तो अध्यक्ष पद की दावेदारी करने वालो में जिन लोगो के नाम चर्चा में हैं उनमें निवर्तमान पालिका अध्यक्ष इंदिरा जायसवाल, उनके पुत्र अभिषेक जायसवाल दीनू , श्रीमती नीतू सिंह पत्नी राकेश सिंह 'मड़या' , सुनील राय, सन्त प्रसाद अग्रवाल, महंत राजेश मिश्र आदि हैं। इसके अलावा दर्जन भर ऐसे लोग भी टिकट मांग रहे हैं जो पार्टी में नए चेहरे हैं लेकिन प्रचार प्रसार और जनसम्पर्क जोरों पर कर रहे हैं । इनमे मेनका श्रीवास्तव व चंद्रशेखर सिंह चर्चित हैं। अब टिकट तो किसी एक को ही मिलना है लेकिन पार्टी सूत्र बता रहे हैं की 29 व 30 अक्टूबर को पार्टी के लोग दोनों नगरपालिका व सभी नगरपंचायतों में रायशुमारी के लिए निकलेंगे फिर रिपोर्ट ऊपर भेजी जाएगी। वहां मंथन होगा और फिर फैसला।
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