आजमगढ़: आधी आबादी की पीड़ा के लिए मुखर रही सामाजिक संस्था नारी शक्ति संस्थान ने अचेतावस्था में उपचारत छह माह की गर्भवती बालिका की देखभाल का जिम्मा उठाकर मानवीयता को तार तार होने से बचा लिया। अभी बालिका इस हद तक सहमी हुई है कि उसे अपनी आपबीती के बारे में कुछ भी याद नहीं है महज उसके जुबां से अपनी मां का ख्याल आ रहा है जिसे सोचकर वह दिनभर सिसकियां ले रही है। विगत चार दिनों पूर्व डायल 108 एम्बुलेंस सेवा 16 वर्षीया बालिका को जिला चिकित्सालय से राहुल सांस्कृत्यायन मंडलीय महिला चिकित्सालय में उपचार हेतु ले आया। भर्ती के बाद चिकित्सकीय परीक्षण के बाद मालूम हुआ कि पीड़िता को लगभग छह माह का गर्भ हैं हालांकि चिकित्सकों ने कई बार पीड़िता से वार्ता करना चाहा वह कुछ बता नहीं पा रही है ,लेकिन उसकी मानसिक स्थिति को देख चिकित्सक भी हैरत में है। लिहाजा चिकित्सकों ने थाना कोतवाली को सूचना दिया। मौके पर पहुंचे शहर कोतवाल ने अपने स्तर से बारीकी से तफ्तीश किया और घटना की जानकारी से जुड़े हुए क्षेत्र में अपनी टीम को भी भेज दिया। मामला मीडिया में आने के बाद घटनाक्रम की जानकारी महिलाओं की समस्याओं को बेबाकी से उठाने वाली नारी शक्ति संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी को हुई । बगैर समय गवांये शुक्रवार को संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी, संरक्षक विजयलक्ष्मी मिश्रा, मंत्री सुधा तिवारी महिला चिकित्सालय पहुंची और पीड़िता से मिली। चार दिनों से पीड़िता बिल्कुल बेसुध पड़ी रही और जैसे ही नारी शक्ति संस्थान की टीम ने उसे मानवीयता का आभास कराया तो उसने रूहासं गले से बताया कि आप लोग मुझे मेरी मां के पास भेज दो मैं बहुत परेशान हूं। इतना कहते हुए पीड़िता फफककर रो पड़ी और आगे कुछ भी न बोल सकी। पीड़िता अपने बारे में कुछ भी बता नहीं पा रही है। इसके बाद नारी शक्ति की टीम शहर कोतवाल से मिलकर उनसे पूरे घटनाक्रम के बारे में जानना चाहा तो कोतवाल ने बताया कि पूरी विधिक कार्यवाही कर दी गयी है जब तक बच्ची को पूरी तरह होश में नहीं आ जाती तब तक कुछ कह पाना जल्दीबाजी होगी, हमारी टीम क्षेत्र में काम कर रही हैं। इसके बाद पुनः नारी शक्ति चिकित्सालय पहुंची और महिला अस्पताल के चिकित्सक डा विनय कुमार से मुलाकात किया और उन्हें आश्वस्त कर दिया कि नारी शक्ति संस्थान बच्ची के स्वास्थ्य और सुरक्षा की तब तक देखभाल करेगी जब तक इसके परिजनों का पता नहीं चल जाता है। संस्थान की सचिव डा पूनम तिवारी ने जिला प्रशासन को चेतावनी दिया कि जल्द ही दाषियों पर कार्यवाही नहीं की गयी तो नारी शक्ति संस्थान आंदोलन करेगी और मामले को मुख्यमंत्री से भी अवगत करायेगी। चिकित्सालय के प्रभारी डा विनय सिंह यादव ने नारी शक्ति संस्थान की प्रंशसा करते हुए कहा कि जिस प्रकार से पीड़िता की जिम्मेदारी संस्थान ने ली है वह सराहनीय हैं, हालांकि अभी उसे सामान्य होने में समय लग सकता है, स्वास्थ्य लाभ होने के बाद बालिका के परिजन नहीं मिलते है तो संस्था को देखभाल के लिए सौंप दिया जायेगा।
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