आजमगढ़ : हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे पर कोटरोपी में शनिवार आधी रात पहाड़ दरकने से आए भारी मलबे में सवारियों से भरी एचआरटीसी की दो बसें मलबे में दफन हो गईं। हादसे के बाद अबतक 48 शव बरामद हुए हैं। 48 मृतकों में यूपी के मऊ जिले से 11 लोग शामिल है। इनके अलावा 04 शवों की पहचान आजमगढ़ निवासी के तौर पर हुई है। आजमगढ़ के जिन चार मृतकों की शिनाख्त हुयी है वह अतरौलिया थाना क्षेत्र के अतरैठ बाजार के बताये गए है। सूचना मिलने पर इनके परिवारों में मातम पसरा है। वहीँ घटनास्थल पर मलबा हटाने का काम जारी है। मलबे में अभी कुछ और शवों के फंसे होने की आशंका है। मंडी जिला उपायुक्त संदीप कदम के मुताबिक अब तक मलबे से 48 शव निकाले जा चुके हैं, जिनमें 23 की पहचान कर ली गई है। जिन शवों की शिनाख्त नहीं हुई है, अब उनका डीएनए कराया जाएगा। बता दें कि मंडी में शनिवार को हुए भूस्खलन से कई लोग मलबे में दब गए थे। दो बसें चपेट में आ गई थी। भूस्खलन से हाईवे का दो सौ मीटर हिस्सा बह गया था। मलबे में दो बसें, दो कारें और करीब आधा दर्जन मोटरसाइकिलें दब गई। मिली जानकारी के अनुसार आजमगढ़ में थाना अतरौलिया के अतरैठ बाजार निवासी पवन गुप्ता पुत्र राजेन्द्र गुप्ता उम्र 25 वर्ष,उमेश गुप्ता पुत्र अवधेश गुप्ता उम्र 27 वर्ष,कन्हैयालाल पुत्र दीनानाथ गुप्ता उम्र 18 वर्ष ,दीपचंद पुत्र शिव शंकर गुप्ता उम्र 19 वर्ष 1 हप्ता पूर्व चारो दोस्त जम्मू वैष्णो देवी गए थे। बताया जा रहा है की दर्शन के बाद लौट कर वापस आते समय बीती रात हिमांचल के मंडी में सड़क धसने से बस उसी में घुस गई जिससे चारो की मौत मौके पर ही हो गई। वहां की पुलिस द्वारा सूचना आने पर परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
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