आजमगढ़: भाई बहन के प्रेम के पवित्र त्योहार रक्षा बंधन को लेकर मंडल कारागार में सोमवार को विशेष व्यवस्था की गई थी। राखी बांधने के लिए भाई-बहनों को जहां मुलाकात के लिए अधिक समय दिया गया था, वहीं जेल में रोली, चंदन के साथ ही मिठाई ले जाने की भी छूट दी गई थी। इसी के साथ ही भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के भी सख्त प्रबंध किए गए थे। गौर तलब है की एक साल पूर्व रक्षाबंधन की रात को करोड़ों की लागत से बानी इस नयी जेल से तीन हत्यारोपी फरार हो गए थे और अभी तक उनका कोई सुराग नहीं मिला। सोमवार को रक्षा बंधन का पर्व था। पर्व को देखते हुए जेल प्रशासन की ओर से मुलाकात का समय भी बढ़ा दिया गया था। रक्षा बंधन को देखते हुए मुलाकाती सुबह से ही इटौरा जेल पहुंचने लगे थे। जेल अधीक्षक अनिल कुमार गौतम ने बताया कि मुलाकात के लिए सुबह साढ़े दस बजे से दोपहर तीन बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। सभी की मुलाकात हो जाए और राखी बांधने से कोई बहन न छूट जाए इसका भी ध्यान रखा गया था। दूरदराज व दूसरे जनपदों से आने वाली सभी बहनों ने जेल में निरुद्ध भाइयों से मुलाकात कर उन्हें राखी बांधी। राखी के लिए मुलाकात कक्ष में ही सभी के लिए व्यवस्था की गई थी। पर्व को देखते हुए महिला मुलाकातियों को रोली, चंदन व मिठाई जेल में ले जाने की आज छूट दी गई थी। जेल में मिठाई ले जाने से पहले एहतियात के तौर पर महिलाओं को ही मिठाई खिलाकर चेक किया गया कि कहीं कोई मिलावट तो नहीं है। इसी प्रकार से जेल के अंदर लगे मेटल डिक्टेक्टर व एक्सरे मशीन से भी मुलाकातियों व उनके सामानों की गहन जांच की जा रही थी। भीड़ को देखते हुए पुरूष व महिला मुलाकातियों की कतारें लगायी गई थी। महिलाओं की मुलाकात के बाद पुरुषों की मुलाकात को कराया गया। जिला प्रशासन की ओर से भी सुरक्षा के लिए अलग से पुलिस उपलब्ध कराया गया था। जेल के अंदर भी सुरक्षा के सख्त प्रबंध किए गए थे। रक्षा बंधन का पर्व होने के चलते सोमवार को लगभग 300 महिला व 50 पुरुषों ने बंदियों से मुलाकात किया।
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