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मच्छरों के काटने से होता है डेंगू ,बरतें सावधानी :डा0 डी डी सिंह

आजमगढ़ : चाइल्ड केयर क्लिनिक, सिधारी के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ डी डी सिंह ने अनौपचारिक बातचीत में बताया कि बरसात के मौसम में मच्छरों के काटने से होने वाली बीमारियों में से डेंगू प्रमुख है। डेंगू एक वायरल बुखार है और यह एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। उन्होंने डेंगू के बारे में विस्तार से जानकारी दी। ...
प्रकार:
डेंगू के वायरस चार तरह के होते हैं।एक वायरस के इन्फेक्शन से उस वायरस के खिलाफ शरीर में एंटीबाडी बन जाती है।जिससे उस वायरस से लड़ने की क्षमता पैदा हो जाती है, लेकिन बाकी तीन वायरस शरीर में दोबारा संक्रमण पैदा कर सकते हैं।

लक्षण:
मच्छर के काटने पर 3 से 7 दिन के अंदर इसके लक्षण प्रकट होते हैं, जो इस प्रकार हैं:
तेज बुखार होना, जुकाम होना,खाँसी आना।
बहुत तेज बदन दर्द और पेट दर्द।
पैरों और हाथों में खुजली।
शरीर पर लाल रंग के चकत्ते निकलना।
रोग की गम्भीर स्थिति में शरीर में सूजन आ सकती है।

गंभीर लक्षण:
डेंगू की गम्भीर स्थिति में रक्त की प्लेटलेट कम होने लगती है और रक्त को प्रवाहित करने वाली सूक्ष्म नसों(कैपिलरी)की दीवार के सूक्ष्म छिद्र बड़े हो जाते हैं,जिसके कारण शरीर के अंदर ही रक्त का सीरम रिसने लगता है।इस कारण शरीर में सूजन आ सकती है। पेट के अंदर और सीने में पानी आ जाता है, जो गम्भीर समस्या है। रोग की अधिक गंभीरता में शरीर पर लाल रंग की छोटी चित्तियां पड़ने लगती हैं और रोगी के शरीर में कहीं से भी खून आ सकता है। इस स्थिति को हेमोरेजिक डेंगू कहते हैं। इसमें रक्तदाब कम हो सकता है और पेशाब कम होती है।

जाँच:
रोगी के रक्त में डेंगू पीसीआर या डेंगू आईजीजी या आईजीएम टेस्ट कराया जाता है। पीसीआर बुखार आने के 5दिन बाद से पॉजिटिव हो सकता है और आईजीजी या आईजीएम 7दिन बाद से पॉजिटिव होता है। शुरुआत में रक्त में प्लेटलेट की कमी इस बीमारी का संकेत करती है। यानि बुखार आने के 7दिनों बाद ही इस रोग की पुष्टि होती है,तब तक इसका इलाज लक्षणों के आधार पर ही किया जा सकता है।

चिकित्सा:
वायरल होने के कारण विभिन्न लक्षणों के आधार पर ही इसका इलाज किया जाता है।
पर्याप्त मात्रा मे पानी पिएं और विश्राम करें।
तेज बुखार होने पर चिकित्सक की परामर्श पर पैरासीटामॉल की खुराक लें और ठंडे पानी से शरीर पोंछें।
आइबूप्रोफेन या एस्प्रिन नामक दवा बिल्कुल न लें।
प्लेटलेट जब तक 15000 से कम न हो, तब तक प्लेटलेट चढ़ाना ठीक नहीं है।
इस बीमारी में धैर्य बनाये रखें और चिकित्सक पर किसी तरह का दबाव न डालें।

रोकथाम:
डेंगू का वाहक एडीज मच्छर अक्सर दिन में ही काटता है। अतः पूरी आस्तीन के कपडे पहनें।
नवनिर्मित जगह पर पानी का जमाव न होने दें।
कूलर का पानी रोज बदलें।
घर के आसपास किसी भी जगह पर पानी इकठ्ठा न होने दें।
मच्छरों को भगाने वाली विधि, जैसे मोस्क्विटो क्रीम या रिपेलेंट का इस्तेमाल करें।
वातावरण साफ रखें।
खाने पीने में विशेष सावधानी बरतें। 

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रिपोर्ट आज़मगढ़ लाइव

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