अतरौलिया:आजमगढ़ : क्षेत्र के गौरा तथा बांसगांव में शुक्रवार की देर शाम बिजली विभाग का अधिकारी बनकर चेकिंग करने पहुंचे 6 लोगों में से 3 लोगों को शंका होने पर ग्रामीणों ने पीटकर पुलिस के हवाले कर दिया तथा शेष तीन भागने में कामयाब हो गए। पकड़े गए लोगों से पूछताछ करने के बाद पुलिस ने शनिवार को उन्हे भी छोड़ दिया। बता दें कि शुक्रवार की शाम अतरौलिया थाना क्षेत्र के गौरा व बास गांव में बिजली विभाग की एक टीम गांव के बड़े बकायादारों का कनेक्शन काटने तथा बिजली की चोरी कर रहे लोगो की छापेमारी करने पहुंची । टीम द्वारा अनाप.शनाप सवाल जवाब करने व पैसा मांगने की बातों को लेकर ग्रामीणों को कुछ संदेह होने लगा। अभी ग्रामीण कुछ समझ पाते कि कुछ लोगों ने बताया कि कथित बिजली टीम द्वारा गांव के बाहर रुक कर अपने गाड़ी पर सरकारी नेमप्लेट लगा रहे थे जिससे ग्रामीणों को यकीन हो गया कि यह फर्जी टीम है। बिजली चोरी के नाम पर लोगो से कई हजार रुपये वसूल चुकी टीम को लोग पकड़ कर मारने लगे और तीन को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिए शेष तीन भागने में सफल हो गए। पुलिस द्वारा पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम जगदीश लाइन मैन,संतोष कुमार तथा गाड़ी ड्राइवर बताया। पुलिस ने छानबीन करने के लिए एसडीओ चंद्रेश उपाध्याय से पूछा तो उन्होंने बताया कि बड़े बकाएदारों का कनेक्शन काटने के लिए बुढ़नपुर सब स्टेशन के लाइनमैन जगदीश को भेजा गया था शेष लोग कौन हैं मुझे इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस द्वारा पकड़े गए लोगों को छोड़ दिए जाने से ग्रामीणों में आक्रोश है। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना किसी सक्षम अधिकारी के राजस्व एवं जुमाॉने के नाम पर वसूली किया जाना कैसे सम्भव है। इस संबंध में पूछे जाने पर क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर सिंह ने बताया कि एसडीओ द्वारा बताया गया कि बिजली विभाग के ही यह लोग हैं इनको कनेक्शन काटने के लिए भेजा गया था, गलतफहमी के चलते ग्रामीणों ने इन पर हमला कर दिया। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली विभाग के तो एक ही लोग थे तो बाकी पांच कौन थे इसका खुलासा बिजली विभाग को ही करना चाहिए।
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